जिला परिषद के 20 सदस्यों ने डीडीसी को सौंपा आवेदन
Advertisement
जिप अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव
जिला परिषद के 20 सदस्यों ने डीडीसी को सौंपा आवेदन विकास कार्य में बाधक व जिला परिषद को घाटा कराने का आरोप चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला परिषद सदस्यों ने अध्यक्ष लालमुनी पुरती व उपाध्यक्ष चांदमुनी बालमुचु के खिलाफ सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. इसके प्रस्तावक खूंटपानी टू के जिला परिषद अध्यक्ष शानगी बानरा […]
विकास कार्य में बाधक व जिला परिषद को घाटा कराने का आरोप
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला परिषद सदस्यों ने अध्यक्ष लालमुनी पुरती व उपाध्यक्ष चांदमुनी बालमुचु के खिलाफ सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. इसके प्रस्तावक खूंटपानी टू के जिला परिषद अध्यक्ष शानगी बानरा थे. 29 सदस्यीय परिषद में 20 सदस्यों ने अविश्वास प्रकट करते हुए पश्चिम सिंहभूम के डीडीसी चंद्रमोहन कश्यप को आवेदन दिया है. आवेदन में कुमारडुंगी जिला परिषद सदस्य शशि भूषण पिंगुवा, मंझगांव भाग के राजेश पिंगुवा, मंझगांव भाग दो के सोमनाथ चातार, जगन्नातपुर भाग एक के अभिषेक कुमार सिंकु, जगन्नाथपुर भाग दो की सरिता प्रधान, सदर भाग दो के दिनेश चंद नंदी, खूंटपानी सुशीला पुरती, नोवामुंडी भाग एक की लक्ष्मी सुरे,
नोवामुंडी भाग दो के शंभु हाजरा, आनंदपुर एक की सबन हेंब्रम, मनोहरपुर भाग दो के रणजीत यादव, तांतनगर की लक्ष्मी पुरती, सोनुवा भाग दो की अनुसुया नायक, गुदड़ी की अलीना बारजो, सोनुवा एक की सुहागी मुर्मू, चक्रधरपुर की रतनलाल बोदरा, बंदगांव की जोसफिन हमसाय, बंदगांव दो की रीना गागराई के हस्ताक्षर शामिल है. पंचायत चुनाव के बाद शांत पड़े राजनीतिक पारे ने इस आवेदन के बाद अचानक उछाल ला दिया है.
अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ गंभीर आरोप : आवेदन में 20 सदस्यों ने जिप अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाये हैं. इसमें वित्तीय अनियमितता का मामला भी शामिल है. आरोप है कि जिला परिषद की ओर से नवनिर्मित छियानवे विपणी भवन आवंटन में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की व्यक्तिगत राय तथा लापरवाही के कारण जिला परिषद के आय को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. जिला परिषद अध्यक्ष की ओर से प्रत्येक माह समय पर बैठक नहीं बुलाये जाने के कारण विकास व जनहित में बाधा उत्पन्न हो रही है. परिषद सदन में दोनों के मूक दर्शक बने रहने के कारण भी समस्याओं का हल व निराकरण नहीं होता है. इनके द्वारा कर्मचारियों के साथ
पक्षपातपूर्ण व्यवहार किये जाने से कार्यालय व विकास कार्य प्रभावित हो रहे है. अध्यक्ष किसी भी निर्णय में अकारण अड़चन पैदा करती है. कार्यालय में अड्डाबाजी करना व पति के माध्यम से जिला परिषद के कार्यों में हस्तक्षेप करती है. अध्यक्ष जनसेवकों के स्थानांतरण में निर्धारित नियमों के विपरित अनावश्यक हस्तक्षेप करती है.
सदर जिप सदस्य के नेतृत्व में पहुंचे जिप सदस्य
डीडीसी को उनके कार्यालय में अविश्वास प्रस्ताव सौंपने के लिये चार बजे सदर भाग दो के जिप सदस्य दिनेश चंद्र नंदी के नेतृत्व में 20 जिप सदस्य डीआरडीए कार्यालय पहुंचे थे. इस दौरान जिप सदस्यों ने डीडीसी उपस्थिति में एक छोटी बैठक कर जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का कारण बताया. जिसके बाद उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित पत्र डीडीसी को सौंपा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement