Advertisement
हिरासत में लिये गये 150 बंद समर्थक
सिमडेगा : सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा आहूत झारखंड बंद का सिमडेगा में व्यापक असर रहा. लोगों ने दुकानें स्वत: बंद रखी. यात्री वाहन सहित अन्य वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. हालांकि शहरी क्षेत्र में बंद समर्थक अधिक संख्या में नजर नहीं आये. इक्का-दुक्का बंद समर्थकों को […]
सिमडेगा : सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा आहूत झारखंड बंद का सिमडेगा में व्यापक असर रहा. लोगों ने दुकानें स्वत: बंद रखी. यात्री वाहन सहित अन्य वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा. हालांकि शहरी क्षेत्र में बंद समर्थक अधिक संख्या में नजर नहीं आये. इक्का-दुक्का बंद समर्थकों को लोगों से दुकानें बंद करने का आग्रह करते हुए देखा गया.
लोगों ने सुबह से ही दुकानें बंद रखी. बंद के कारण बस स्टैंड सहित सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा रहा. सरकारी दफ्तर खुले रहे, किंतु लोगों की उपस्थिति कम रही. दूर-दराज से लोग शहर तक नहीं पहुंचे. बंद समर्थकों ने सिमडेगा-कुरडेग पथ को सुबह से जाम रखा. इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. मोटरसाइकिल चालकों को भी पार नहीं होने दिया गया. जाम की सूचना मिलते ही एसडीओ फैज अहमद मुमताज, कार्यपालक दंडाधिकारी कुमार मयंक भूषण, सीओ प्रवीण कुमार सिंह पुलिस बल के साथ जाम स्थल पहुंचे व जाम कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया. जाम का नेतृत्व पूर्व विधायक नियेल तिर्की, थेयोदोर किड़ो, प्रदीप टोप्पो व बेंजामिन लकड़ा आदि कर रहे थे.
पदाधिकारियों के समझाने पर भी नहीं मानने पर पुलिस ने जाम स्थल से लगभग 150 बंद समर्थकों को हिरासत में ले लिया. इन्हें अलबर्ट एक्का स्थित कैंप जेल में रखा गया. हिरासत में लिये लोगों में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं. काफी संख्या में बच्चों ने भी पुलिस के समक्ष गिरफ्तारी दी. बंद समर्थकों को पैदल ही कैंप जेल तक लाया गया. इस दौरान समर्थक जम कर नारेबाजी कर रहे थे. हिरासत में लिये गये लोगों में नियेल तिर्की, थेयोदार किड़ो, बेंजामिन लकड़ा, लुइस कुजूर, गुलरेज अहमद, प्रदीप टोप्पो व बसंत कुमार लोंगा मुख्य रूप से शामिल हैं. दिन के लगभग ढाई बजे बंद समर्थकों को मुक्त कर दिया गया.
डीसी , एसपी भी पहुंचे कैंप जेल
अलबर्ट एक्का स्टेडियम को कैंप जेल बनाया गया था. लगभग 12 बजे हिरासत में लिये गये बंद समर्थकों को कैंप जेल लाया गया. सूचना मिलते ही उपायुक्त विजय कुमार सिंह व एसपी राजीव रंजन सिंह भी कैंप जेल पहुंचे और बंद समर्थकों से बातचीत की. इस दौरान उपायुक्त ने बंद समर्थकों को सीएनटी एक्ट का मतलब समझाने का प्रयास किया, किंतु बंद समर्थक कोई भी बात सुनने से इनकार कर दिया तथा उत्तेजित होकर नारेबाजी करने लगे.
पेयजल के लिए पदाधिकारियों से उलझे : कैंप जेल में पेयजल की व्यवस्था नहीं की गयी थी. लगभग दो किमी पैदल चल कर बंद समर्थक कैंप जेल आये थे, जिसमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल थी, किंतु पेयजल की व्यवस्था नहीं देख समर्थक भड़क गये और जम कर नारेबाजी की. बाद में उनके लिये पेयजल की व्यवस्था करायी गयी. अव्यवस्था को ही मुद्दा बना कर पूर्व विधायक नियेल तिर्की सहित अन्य समर्थक पुलिस पदाधिकारियों से भी उलझ गये और कैंप से बाहर जाने का प्रयास करने लगे. समर्थकों को काबू करने में पुलिस को थोड़ी मशक्कत भी करनी पड़ी.
कुरडेग में बंद बेअसर : कुरडेग प्रखंड में सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ आहूत झारखंड बंद बेअसर रहा. दुकानें खुली रही तथा वाहनों का परिचालन भी सुचारू रहा. साप्ताहिक हाट बाजार पर भी कोई असर नहीं देखा गया. बाजार में पूर्व की भांति भीड़भाड़ देखी गयी.
ठेठइटांगर में छिटपुट असर : ठेठइटांगर व बांसजोर प्रखंड में बंद का छिटपुट असर देखा गया. अधिकतर दुकानें खुली रही. वाहनों का परिचालन भी सामान्य रहा. बंद समर्थकों का जत्था आया, किंतु कोई असर नहीं हुआ. बांसजोर प्रखंड के जामडीह स्थित आरसी मध्य विद्यालय को बंद समर्थकों ने बंद करा दिया.
कोलेबिरा में बंद बेअसर : कोलेबिरा. विपक्ष द्वारा आहुत झारखंड बंद प्रखंड में बेअसर रहा. हालांकि लंबी दूरी के यात्री वाहन एवं बड़े वाहनों का परिचालन नहीं हुआ. वहीं ऑटो व छोटे वाहनों का परिचालन सामान्य रहा. चौक-चौराहों पर दुकानें खुली रही. बैंक, पोस्ट ऑफिस व सरकारी कार्यालय भी आम दिनों की तरह खुले रहे. हाइकोर्ट की सख्ती के बाद प्रखंड में कोई भी बंद समर्थक बंदी कराने या सड़क अवरूद्व करने नहीं निकले. किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के लिए पुलिस मुस्तैद थी. प्रखंड में कई जगहों पर पुलिस बल को तैनात किया गया था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement