विधिक जागरूकता शिविर में प्राधिकार के सचिव ने कहा
सिमडेगा : गोस्नर कॉलेज परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में मानवाधिकार दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्राधिकार के सचिव सत्यपाल मुख्य रूप से उपस्थित थे. इस अवसर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं व छात्र-छात्राओं को शपथ ग्रहण भी कराया गया.
कार्यक्रम के दौरान प्राधिकार के सचिव सत्यपाल ने कहा कि अपने अधिकार के साथ दूसरों के अधिकारों को भी सम्मान दें. उन्होंने कहा कि मानवाधिकार जीवन, स्वतंत्रता, समानता एवं सम्मान पर आधारित है. इसके तहत सभी भारतीय को अधिकार प्राप्त है तथा उनके अधिकारों को सम्मान होना चाहिए.
श्री सत्यपाल ने कहा कि यदि कहीं पर मानवाधिकार की अवहेलना होती है तो आयोग स्वयं संज्ञान ले सकता है. वहीं पीड़ित खुद से भी आवेदन दे सकते हैं. आवेदक एक साल के अंदर आवदेन दे सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि संविधान में सभी को मूल अधिकार प्राप्त है.
शीतल प्रसाद ने समान अधिकार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सभी भारतीय को समान अधिकार प्राप्त है. यदि कोई उसके अधिकार को छीनता है तो वह मानवाधिकार का हनन है. डॉ अब्बास ने शिक्षा के अधिकार पर कहा कि सभी को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है.
उन्होंने कहा कि नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के तहत लोकतांत्रिक सरकार के लिये यह आवश्यक है कि देश का प्रत्येक नागरिक शिक्षित हो. शिक्षा जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है. इसके महत्व को देखते हुए भारतीय संविधान में संशोधन किया गया. जिसके तहत शिक्षा को मौलिक अधिकार का रूप दिया गया. इस अवसर पर अधिवक्ता विजय कुमार मिश्र, अधिवक्ता मनोज नाग आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये.