Advertisement
पुलिस चौकस, नहीं घेर पाये सेंगल अभियान के कार्यकर्ता
विधायक आवास घेरने जा रहे थे सिमडेगा : सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन एवं सरकार द्वारा परिभाषित स्थानीय नीति के विरोध में आदिवासी सेंगल अभियान के कार्यकर्ताओं ने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को विधायक विमला प्रधान को घेरने का प्रयास किया. किंतु पुलिस ने उनके प्रयास को विफल कर दिया. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने […]
विधायक आवास घेरने जा रहे थे
सिमडेगा : सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन एवं सरकार द्वारा परिभाषित स्थानीय नीति के विरोध में आदिवासी सेंगल अभियान के कार्यकर्ताओं ने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को विधायक विमला प्रधान को घेरने का प्रयास किया. किंतु पुलिस ने उनके प्रयास को विफल कर दिया. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने विधायक आवास से लगभग आधा किमी दूर ही रोक दिया. इस कारण प्रदर्शनकारी विधायक आवास तक नहीं पहुंच पायें और बैरंग लौटना पड़ा. पुलिस द्वारा भट्ठी टोली स्थित केलाघाघ डैम मोड़ पर ही प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगा दी गयी थी. वहां से कार्यकर्ताओं को आगे नहीं बढ़ने दिया गया.
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत आदिवासी सेंगेल अभियान के कार्यकर्ता अलबर्ट एक्का स्टेडियम में जमा हुए. यहां से करीब 11:30 बजे एएसए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुरमू, प्रदेश संयोजक थियोडोर किड़ो एवं नील जस्टीन बेक के नेतृत्व में जुलूस निकाला गया. जुलूस में लगभग 10 हजार कार्यकर्ता शामिल हुए. जुलूस में शामिल अभियान के कार्यकर्ता कचहरी रोड, झूलन सिंह चौक, महावीर चौक व नीचे बाजार होते हुए भट्ठीटोली पहुंचे, जहां केलाघाघ मोड़ के समीप पूर्व से ही पुलिस ने बैरेकेडिंग लगा रखा था. केलाघाघ मोड़ के निकट प्रदर्शनकारी जैसे ही पहुंचे, पुलिस ने उन्हें बल पूर्वक रोक दिया. कार्यकर्ता विधायक आवास जाने का प्रयास करते रहे, किंतु पुलिस ने उनके प्रयास को विफल कर दिया.
दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं प्रदर्शनकारियों के बीच वार्ता हुई. वार्ता के बाद प्रदर्शनकारियों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को विधायक से मिलने के लिए भेजा गया. प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने विधायक से जनता के बीच आकर उनसे बातचीत करने आग्रह किया, किंतु विधायक विमला प्रधान ने जनता के बीच जाने से इनकार कर दिया. विवश होकर प्रदर्शनकारी विधायक से मिले बिना ही लौट गये.
कार्यक्रम में बुलायें जरूर मिलूंगी : विमला
विधायक विमला प्रधान से मिलने गये आदिवासी सेंगेल अभियान के प्रतिनिधि मंडल से बातचीत करते हुए विधायक श्रीमती प्रधान ने कहा कि आप का यह तरीका सही नहीं है. इस तरह हजारों की भीड़ के साथ आवास का घेराव करना उचित नहीं है. मुद्दे को उठाने का तरीका गलत है.
उन्होंने कहा कि मैं जनता के बीच जाने के लिए तैयार हूं. यदि आप मुझे कार्यक्रम में आमंत्रित करें, तो मैं जनता के बीच जरूर जाकर उनसे मिलूंगी. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि मंडल से बातचीत करने के तैयार हूं. किंतु विधायक से मिलने गये अभियान के सदस्य विधायक से जनता के बीच जाकर अपनी बातों को रखने की मांग कर रहे थे. विधायक के इनकार के बाद सेंगेल अभियान के सदस्य वापस प्रदर्शनकारियों के बीच आये और उन्हें विधायक से हुई बातचीत की जानकारी दी. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जम कर नारेबाजी की. सभा का भी आयोजन किया गया. सभा के बाद सभी प्रदर्शनकारी लौट गये.
विधायक को आदिवासियों की चिंता नहीं : सालखन
सभा में आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुरमू ने कहा कि विधायक विमला प्रधान को आदिवासियों की कोई चिंता नहीं है. यदि विधायक को चिंता होती, तो वह आज प्रदर्शनकारियों से मिलने जरूर आती. इससे प्रतीत होता है कि विधायक को आदिवासियों से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के तहत सभी 28 आदिवासी विधायक के घर का घेराव करना है, जिसकी शुरुआत आज की गयी. उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन एवं सरकार द्वारा परिभाषित स्थानीय नीति के लिए उक्त 28 विधायक ही जिम्मेवार हैं. इस विषय पर उन्हें सरकार को गिरा देना चाहिए या उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम
विधायक आवास के घेराव को लेकर सुबह से ही पुलिस चौकस थी. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. विधायक आवास के आसपास काफी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी थी. केलाघाघ मोड़ से लेकर विधायक आवास तक जिला पुलिस बल, झारखंड जगुआर के जवानों को तैनात किया गया था.
एसडीओ मो फैज अहमद मुमताज , अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी मयंक भूषण, बीडीओ बंधन लौंग, श्रम अधीक्षक बबन सिंह व जिला कृषि पदाधिकारी अनिमानंद टोपनो स्थिति पर नजर बनाये हुए थे. वहीं एसडीपीओ अमित कुमार सिंह एवं थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात थी. इधर आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा किये गये प्रदर्शन के कारण मुख्य पथ लगभग डेढ़ घंटे आवागमन बाधित रहा. जुलूस में अत्याधिक भीड़ होने के कारण केलाघाघ मोड़ के निकट रोड जाम हो गया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement