– प्रताप मिश्र –
सरायकेला : एड्स की चपेट में अब छोटे शहर भी आने लगे हैं. इस बीमारी से सरायकेला खरसावां जिला भी अछूता नहीं है. जिले में धीरे-धीरे एड्स पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. सरकारी स्तर पर तमाम जागरूकता के बावजूद यहां प्रत्येक वर्ष एड्स पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.
वर्ष 2001 में अलग सरायकेला खरसावां जिला गठन के बाद वर्ष 2004 में एड्स काउंसलिंग केंद्र सरायकेला सदर अस्पताल परिसर में खोला गया. केंद्र में वर्ष 2008 तक मात्र तीन एड्स पॉजेटिव मरीज पाये गये थे. वर्ष 2008 के बाद काफी तेजी से मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ.
आंकड़ों को देखा जाये, तो वर्ष 2005 से 2013 तक सरायकेला जिला एड्स परामर्श केंद्र में 19836 लोगों की काउंसलिंग की गयी, जिसमें से 17011 लोगों की जांच की गयी, उनमें से 16982 निगेटिव पाये गये, जबकि 25 लोग पॉजेटिव पाये गये. इनमें से छह मरीजों की मृत्यु हो चुकी है. वर्ष 2012 में सरायकेला परामर्श केंद्र में पांच मरीज पॉजेटिव पाये गये थे.
एड्स जांच हेतु चांडिल व गम्हरिया के आइटीसी केंद्र में अलग से 23 मरीज पॉजेटिव मिले थे. 2013 में जिले के तीनों केंद्र में 7 नये एड्स मरीज चिह्न्ति किये गये. इसमें 2 महिला व 5 पुरुष शिकार हैं. अधिकांश मरीजों का दवा चल रहा है. एड्स के नियंत्रण के लिए सरायकेला सदर अस्पताल में नि:शुल्क दवा उपलब्ध है.