सरायकेला : राज्य में नियमों को ताक पर रख कर बिना फार्मासिस्ट के ही दवा दुकानें चल रही हैं. सिर्फ फार्मासिस्ट के लाइसेंस की फोटो कॉपी पर ही दवा दुकानें चल रही हैं. उक्त बातें सरायकेला–खरसावां जिला फार्मासिस्ट एसोसिएशन के विनय भारती ने कही. वे रविवार को आयोजित एसोसिएशन की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
बैठक में उन्होंने बताया कि राज्य में मात्र 1560 फार्मासिस्ट हैं, जिसमें से 563 सरकारी नौकरी में हैं, जो फार्मासिस्ट सरकारी नौकरी में हैं, वे मेडिकल दुकान चलाने के लिए अधिकृत नहीं हैं. बावजूद राज्य में बारह हजार से अधिक मेडिकल दुकानें बिना फार्मासिस्ट से ही संचालित हो रही हैं, जो जांच का विषय है.
बैठक में सरायकेला जिले में लगभग एक सौ से अधिक मेडिकल दुकानें चल रही हैं. अधिकांश दुकानें बगैर फार्मासिस्ट के ही चल रही हैं. बैठक में सरकार से मामले पर जांच करने की मांग की गयी. बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा निर्णय लिया गया कि फार्मासिस्ट अपनी मांगों को लेकर सरकार से अवगत करायेंगे और नहीं पूरा होने की स्थिति में फार्मासिस्टों द्वारा आंदोलन किया जायेगा.
रामकृष्ण बने अध्यक्ष
सरायकेला हाट मैदान में विनय भारती की अध्यक्षता में आयोजित एसोसिएशन की बैठक में जिला इकाई कमेटी का गठन किया गया, जिसमें अध्यक्ष रामकृष्ण पति, उपाध्यक्ष सुशांत सतपथी, सचिव अरूप महापात्र,कोषाध्यक्ष कौशिक कुमार दाश, सदस्य में हरेंद्र महतो, अनिल कुमार प्रधान, गणोश मंडल, प्रदीप कुमार त्रिपाठी, विभीषण दारोघा को मनोनीत किया गया.