राजनगर : राजनगर प्रखंड क्षेत्र में ठगी का एक मामला प्रकाश में आया है. इंडस्ट्रियल को–ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड नामक कंपनी ने स्वरोजगार से जोड़ने के नाम पर करीब 100 लोगों से एक–एक हजार रुपये लेकर सदस्य बनाये.
सदस्य बनने के चार साल बाद भी इन्हें किसी तरह का रोजगार नहीं मिला है. इधर पिछले कुछ दिनों से इंडस्ट्रियल को–ऑपरेटिव फेडरेशन लि. का कार्यालय भी बंद है तथा सभी पदाधिकारियों का मोबाइल भी ऑफ है.
कंपनी द्वारा प्रखंड के करीब 100 लोगों से हजार–हजार रुपये कर लगभग एक लाख रुपये लिया गया है. यह मामला उस समय उजागर हुआ जब कंपनी के पीड़ित सदस्य व झारखंड ह्यूमन राइट्स के सदस्यों की संयुक्त बैठक हुई. पीड़ितों ने बताया कि कंपनी के पदाधिकारियों से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी.