सरायकेला. टाटा एआइजी इंश्योरेंस में किस्त जमा करने के नाम पर उडि़या मवि के शिक्षक सुभाष साहु 40000 रुपये ठगी के शिकार हो गये हैं. इस संबंध में भुक्तभोगी शिक्षक ने बताया कि वर्ष 2009 में इंश्योरेंस कंपनी टाटा एआइजी से 18000 रुपये में प्रीमियम खरीदे थे . एक किस्त देने के बाद प्रीमियम बंद कर दिया गया.
जनवरी माह वर्ष 2014 में एक फोन आया कि रिन्युअल करने के लिए 40000 रुपये जमा करने पड़ेंगे. जिसे जमा कर दिया गया. फिर अब फोन आया कि फिर से राशि जमा करें तो पांच लाख का क्लेम मिल जायेगा. जब उन्होंने कंपनी के मुख्य ब्रांच में जा कर पता किया तो कोई भी चेक इनके पॉलिसी में जमा नहीं हुआ है. उन्होंने मामले पर साइबर क्राइम के तहत मामला दर्ज किये जाने कि बातें कही है.