सरायकेला: प्रखंड के पांड्रा पंचायत भवन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत चार दिवसीय प्रशिक्षण का समापन शनिवार को हुआ. प्रशिक्षण में महिला स्वंय सहायता समूह को आत्मनिर्भर बनने हेतु आवश्यक जानकारी दी गयी. प्रशिक्षण में महिला स्वंय सहायता समूह को नियमित सप्ताहिक बैठक करने, सप्ताहिक बचत करने, नियमित लेन देन करने, नियमित सप्ताहिक लेखा जोखा के अलावा नियमित ऋण वापसी के बारे में जानकारी दी गयी.
प्रशिक्षण में प्रशिक्षक के रूप में संतोषी महतो व निरोज महतो उपस्थित थी. प्रशिक्षण के समापन समारोह में मुख्य रूप से मुखिया गीता केराई उपस्थित थी. मौके पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत स्वंय सहायता समूह को 25000 रुपये से लेकर पांच लाख तक की ऋण की सुविधा बैंक के माध्यम से उपलब्ध है. साथ ही इसमें सब्सिडी की भी सुविधा है.
जनसेवक अरुणिमा खाका ने कहा कि महिलाएं नियमित बैठक करें और बैंक से जुड़ कर ऋण प्राप्त करें. रोजगार सेवक सावन सोय ने कहा कि बैंक के माध्यम से ऋण लेकर स्वरोजगार से जुड़े. जब महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ेंगी, तब समाज से गरीबी अपने आप मिट जायेगी. मौके पर पंचायत सेवक गोविंद महतो, वार्ड सदस्य चांदमुनी दोंगो, गौरी महतो, भुवानी देवी, कृष्णा हेंब्रम,सुनिता सोय, मालती सोय, मादुई देवी के अलावा अन्य उपस्थित थे.