सरायकेला : सरायकेला के खरकई नदी के तट पर स्थित मिर्गी चिंगड़ा का अनोखा मेला जहां सिर्फ महिलाएं ही जाती है, इस वर्ष यह मेला 17 जनवरी को लगेगी. मकर संक्रांति के पहले शनिवार को महिलाओं का यह मेला लगता है जबकि दूसरे शनिवार को सिर्फ पुरुषों का मेला लगता है.
लगभग दौ सौ वर्ष पुरानी यह मेला अपने धार्मिक आस्थाओं के साथ ही अपनी संस्कृति को भी समेटे हुई है. राजजमाने से लगने वाली इस मेला में महिलाएं जाती हैं और बाबा गर्भेश्वर नाथ की पूजा अर्चना कर पिकनिक का आनंद उठाती है. सांस्कृतिक मामलों के जानकार कार्तिक परिच्च्छा ने बताया कि आज से दौ सौ वर्ष पहले जब सरायकेला एक देशी रियासत था तब से यह मेला लगते आ रहा है.
यहां पर सिर्फ स्थानीय महिलाएं ही नहीं अपितु बिहार,ओडिशा व मध्यप्रदेश से भी महिलाएं आती थी और पिकनिक का आनंद उठाती थी. पहले तो मेला में सुरक्षा प्रहरी से लेकर दुकानदार तक भी महिलाएं ही होती थी. उन्होंने बताया कि मेला का मुख्य उद्देश्य सिर्फ पिकनिक मनाना नहीं होता है अपितु फागुन माह के प्रारंभ होते ही विवाह का लग्न शुरू हो जाता है. मेला के बहाने महिलाएं योग्य कन्या की तलाश करती हैं.