चांडिल : ऊपरी इलाके में हुए बारिश के बाद चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के कारण रविवार की रात को ईचागढ़ समेत डैम के किनारे स्थित गावों में पानी घुस गया. चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के कारण डैम के किनारे रहने वाले विस्थापितों के बीच दहशत का माहौल है. ईचागढ़ में लोगों ने रविवार की रात जाग कर ही बिताया. रविवार को डैम का जलस्तर घटाने के लिए 13 में से 12 रेडियल गेट को खोल दिया गया. इनमें से चार रेडियल गेट को रात 11 बजे से चार चार मीटर तक और आठ रेडियल गेट को तीन-तीन मीटर तक खोला गया. सोमवार को सुबह 10 बजे चांडिल डैम का जलस्तर 181.20 पर स्थित था. जानकारी के अनुसार रविवार को शाम करीब पांच बजे अचानक डैम का जलस्तर बढ़ने लगा.
डैम का जलस्तर बढ़ता देख कर इसे नियंत्रित करने के लिए 10 रेडियल गेट को एक एक मीटर तक खोल दिया गया था. इसके बाद भी जलस्तर नियंत्रित नहीं होने पर 12 रेडियल गेट खोल दिये गये. इस पर बात नहीं बनी, तो गेट को दो मीटर फिर तीन मीटर तक खोल दिया गया. रात को जलस्तर बढ़ने पर चार रेडियल गेट को चार-चार मीटर तक खोला गया. रेडियल गेट को खोल दिये जाने के बाद डैम के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गयी है.
चांडिल डैम के नीचे मुखिया होटल से चांडिल जाने वाली सड़क पर स्वर्णरेखा नदी पर बना पुल डूब गया था. सोमवार को सुबह भी नदी का पानी पुल को छू रहा था. जानकारी के अनुसार डैम का जलस्तर 180.50 होने तक रेडियल गेट खुले रहेंगे. सोमवार की शाम को डैम का जलस्तर 180.85 मीटर तक घटने पर डैम के छह गेट को ही तीन-तीन मीटर तक खुला रखा गया था.
* एसडीएम और डीएसपी ने लिया जायजा
चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी नंद किशोर गुप्ता और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बिमल कुमार ने डैम पहुंच कर जायजा लिया. इस मौके पर रविवार की रात को ही एसडीएम श्री गुप्ता ने डूब क्षेत्र के गांवों की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली और ईचागढ़ के प्रखंड विकास पदाधिकारी को रात में ही प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि डूब क्षेत्र में स्थित कुछ मकानों में डैम का पानी घुस गया था.
पानी से प्रभावित लोगों को विद्यालय भवन में रहने के लिए कहा गया है. सोमवार को एसडीएम, एसडीपीओ और ईचागढ़ बीडीओ ने ईचागढ़ समेत डूब क्षेत्र के गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इस क्रम में एसडीएम, एसडीपीओ और बीडीओ ने ईचागढ़ में विद्यालय भवन में डेरा डाले विस्थापितों से मुलाकात किया और प्रभावित लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया. इस मौके पर एसडीएम श्री गुप्ता ने कहा कि डैम का जलस्तर सामान्य होने तक विस्थापित राहत शिविर में रह सकते हैं. उन्हें प्रतिदिन राहत सामग्री दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि चांडिल अनुमंडल प्रशासन डैम की स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं और हर स्थिति से निपटने के लिए सक्षम हैं.
* पुल डूबने से जयदा जाने वाला मार्ग ठप रहा
चांडिल. चांडिल अनुमंडल का ऐतिहासिक जयदा बूढ़ा बाबा शिव मंदिर को एनएच 33 से जोड़ने वाली सड़क पर पर बना पुल पानी में डूब गया है. पुल के ऊपर करीब चार फीट पानी बह रहा है. पुल के डूब जाने के कारण मंदिर आने-जाने के लिए आवागमन पूरी तरह से ठप पड़ गया है. पुल के स्थान पर पानी बढ़ जाने के बाद कुछ श्रद्धालु ट्यूब का नाव बना कर श्रद्धालुओं को नदी पार करा रहे थे.
सोमवार का दिन होने के कारण मंदिर जाने वालों की भीड़ लगी थी. दूसरी ओर मंदिर के महंत केशवानंद सरस्वती ने कहा कि मंदिर के सीढ़ी के ऊपर पानी बहने लगा था. नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण मंदिर के नीचे बनाये गये धर्मशाला की दीवार ढह गयी है. उन्होंने कहा कि जलस्तर बढ़ जाने के कारण मंदिर से बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया है.