चांडिल : संथाल समाज की अपनी परंपरा और रीति-रिवाज है, जिसका पालन पालन हर संथाल करता है. समाज के रीति-रिवाज के अनुसार मंदिर में शादी करना परंपरा के विरुद्ध है.
उक्त बातें गुरुवार को चांडिल डैम स्थल स्थित शिश महल में पातकोम दिशोम मांझी पारगाना महाल की बैठक में कहा गया. बैठक में उपस्थित लोगों ने बुधवार को जयदा बुढ़ाबाबा शिव मंदिर में पारगामा के मुखिया मनोरंजन सिंह सरदार और पारगामा के ही कुमारी बती की शादी का विरोध किया है.
महाल ने कहा कि उक्त शादी भाजपा नेता साधु चरण महतो की अगुवाई में हुई. इस अवसर पर हाडीराम सोरेन, सोमचांद सोरेन, ज्योतिलाल बेसरा, सुधीर किस्कू, योगेंद्र नाथ टुडू, सोमचांद मार्डी, घनश्याम हांसदा, बुद्धेश्वर टुडू, कार्तिक मांझी, किसुन किस्कू और सोमरा मांझी उपस्थित थे.