सरायकेलाः झारखंड के सरायकेला-खरसावां स्थित घातकीडीह में तबरेज अंसारी लिंचिंग कांड सुर्खियों में है. गुरुवार को इस मामले में मया मोड़ तब आया जब मृतक के चाचा मीडिया के सामने आए और कई गंभीर आरोप लगाये. मृतक तबरेज अंसारी के चाचा मरसुद आलम ने कहा कि 15 साल पहले भी मेरे भाई की भीड़ ने ही हत्या की थी. मेरा भाई पहले तो लापता हुआ फिर उसकी लाश हमें फेंकी हुई मिली. कहा कि इस मामले में चार्जशीट तुरंत फाइल होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.
बता दें कि इस मामले में मुख्य आरोपी सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है. इस मामले को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. विपक्ष इस मामले को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर है तो वहीं बुधवार को पीएम मोदी ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी. उन्होंने इस घटना को दुखद बताया और कहा कि इसे लेकर पूरे झारखंड को बदनाम नहीं करना चाहिए.
गौरतलब है कि बीते हफ्ते बाइक चोरी के शक में तबरेज अंसारी को कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला गया था. तबरेज अंसारी की 17 जून को पिटाई की गई और 22 जून को उसने दम तोड़ दिया. उसकी दो माह पहले ही शादी हुई थी. वह भाई में अकेला था. उसकी पिता की मौत भी कई वर्ष पहले हो चुकी है. तबरेज की हत्या को लेकर देश से लेकर प्रदेश स्तर तक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
प्रदेश महिला कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह के नेतृत्व में बुधवार को सरायकेला-खरसावां जिला के लादमडीह में जाकर मॉब लिंचिंग की घटना में मारे गये तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता से मिल कर सांत्वना दिया.