साहिबगंज/पाकुड़ : साहिबगंज व पाकुड़ में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटना में दो की मौत हो गयी है. दोनों घटना सोमवार की सुबह की बतायी जाती है. साहिबगंज के तालझारी थाना क्षेत्र के सकरीगली में सोमवार सुबह नौ बजे पिकअप वैन के धक्का से वृद्ध रामदयाल यादव (50) की मौत हो गयी है. वे नगर कांग्रेस उपाध्यक्ष केदार यादव के चाचा थे.
जानकारी के अनुसार, महाराजपुर से दूध लेकर रामदयाल सकरीगली में एक घर में दूध दे रहे थे. इसी बीच साहिबगंज से महाराजपुर की ओर जा रही पिकअप वैन (जेएच 18डी1380) ने पीछे से ठोकर मार दिया. इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गये. ग्रामीणों ने उन्हें साहिबगंज अस्पताल में भरती कराया था. जहां हालात गंभीर देखते चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिये सिलीगुड़ी रेफर कर दिया.
साहिबगंज व पाकुड़ में …
सिलीगुड़ी ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. सिर में अधिक चोट लगी थी. रक्तस्राव अधिक होने के कारण मौत होने की बात सामने आयी है. इधर सूचना मिलते ही नगर उपाध्यक्ष केदार यादव व अन्य ग्रामीण सकरीगली पहुंच कर धक्का मारने वाले पिकअप वैन के मालिक दीपक साह उर्फ लड्डू व चालक ललन कुमार साह को पकड़ लिया था. ग्रामीणों ने कुछ देर के लिये एनएच 80 सड़क को जाम कर दिया. ग्रामीण व परिजन मुआवजा की मांग कर रहे थे.
वहीं पाकुड़ नगर थाना क्षेत्र के काली भषाण पोखर के समीप सोमवार की सुबह एक ट्रक की चपेट में आने से एक 35 वर्षीय मजदूर की मौके पर ही मौत हो गयी. जानकारी के मुताबिक, सोमवार की सुबह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जयकिष्टोपुर निवासी अली मोहम्मद (35) अपने घर से पाकुड़ मिस्त्री का काम करने आ रहा था. इसी बीच नगर थाना क्षेत्र के काली भषाण पोखर के पास आंबेडकर चौक की ओर से नगर थाना क्षेत्र की ओर तेजी से आ रहे एक ट्रक (डब्ल्यू बी 57 सी 0726) की चपेट में आ गया. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पाकुड़ ले गये. वहीं मौके पर से चालक फरार बताया जाता है. घटना की जानकारी परिजनों को मिलने के बाद परिजन पाकुड़ पहुंचे. मृतक के पिता रहीम शेख के फर्द बयान पर थाना कांड संख्या 41/17 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मौके से दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को जब्त कर थाना ले आयी है.
साहिबगंज में पिकअप वैन के धक्के से वृद्ध मरा
पाकुड़ में ट्रक की चपेट में आ गया था मजदूर