बोरियो : बढ़ती गरमी व लू के थपेड़ों ने बोरियो के विभिन्न आदिम जनजाति पाहिड़या गांवों में भूमिगत जलस्तर नीचे चले जाने से पेयजल संकट गहरा गया है. प्रखंड के 17 पंचायतों में कुल 80 पहाड़िया गांव हैं. इनमें लगभग 40 गांवों में पेयजल की भरी किल्लत हो गयी हैं.
पेयजल व स्वच्छता विभाग का कहना है कि पहाड़ी पर स्थित होने की वजह से इन गांवों में अबतक चापाकल नहीं लगाया जा सका है. ग्रामीणों के अनुसार दुर्गाटोला पंचायत के अधिकांश गांवों में एक भी चापाकल नहीं है.
वहीं बीरबलकांदर पंचायत के देवी पहाड़ी तथा बोरियो पंचायत के दनवार पहाड़, खैरवा पंचायत के चतरा धोगड़ा गांव में पेयजल की घोर समस्या है. चतर, धोगडा, दनवार सहित अन्य गांवों में लोग झरना का पानी पीने को विवश हैं. इन गांवों में एक भी कूप नहीं है.
चतरा धोगडा के प्राधन सूरजा पहाड़िया ने बताया कि हमलोग एक किलोमीटर पैदल चल कर पानी लाने को विवश हैं.