साहिबगंज: मानदेय बढ़ाेतरी की मांग को लेकर चीनी-मिट्टी खदानों में कार्यरत श्रमिकों ने शुक्रवार को समाहरणालय का घेराव किया. इसका नेतृत्व खदान मजदूर संघ के संयुक्त महासचिव देवेंद्र प्रसाद ठाकुर ने किया. रैली साहिबगंज स्टेशन से शुरू होकर कॉलेज रोड, पूर्वी फाटक, जिरवाबाड़ी, पुलिस लाइन होते हुए समाहरणालय पहुंची. इस दौरान सभी श्रमिक सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे.
मौके पर श्री ठाकुर ने कहा कि राजमहल क्षेत्र के चीनी मिट्टी खदानों में कार्यरत श्रमिक को न्यूनतम वेतन 130 रुपये दी जा रही है, जो अधिकारों का हनन है. दो बड़े कंपनी द्वारा वेतन भुगतान प्रपत्र नहीं रखा गया है. बिना किसी कारण के श्रमिकों को हटा दिया जाता है. श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ायी जा रही है. उद्योगों में हो रही दिक्कत की जानकारी श्रम पदाधिकारी को दी जाती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. श्रम का पूर्ण भुगतान भी नहीं किया जाता है.
मेसर्स करणपुरा माइनिंग जैनाबाद को वर्ष 2000 में बंद कर दिया गया, लेकिन आज 17 वर्ष की हो गये है बावजूद श्रमिकों काे भुगतान नहीं किया गया है. उनलोगों ने डीसी को ज्ञापन सौंप कर गरीब श्रमिकों को मदद करने की गुहार लगायी है. डीसी शैलेश चौरसिया ने जांच कर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है. मौके पर नरेश महतो, भरत नारायण मंडल, लक्ष्मी साह, गोपाल मंडल सहित दर्जनों महिला व पुरुष श्रमिक उपस्थित थे.