साहिबगंज : जल झुलनी महोत्सव के अवसर पर शनिवार को संध्या चार बजे चौक बाजार स्थित सत्यनारायण मंदिर, रामनाथ ठाकुरबाड़ी, हनुमान मंदिर, डाकीनाथ मंदिर, श्यामनाथ ठाकुरबाड़ी से यशोदा व कृष्ण की झुलनी शोभा यात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गयी. पंडित महेंद्र शर्मा व जगदीश शर्मा ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी के बाद जन्म लिए बच्चे का संस्कार नहीं हो पाता है. एकादशी के दिन ही शुद्धि का रस्म होता है. बच्चों को अल्पमृत्यु से बचाने के लिए जन्माष्टमी के बाद पूजन किया जाता है.
इस पूजन के तहत चार मंदिरों से शोभा यात्रा निकाली गयी, जो शहर के चौक बाजार, महाजनपट्टी, गुड़ बाजार, जेएनराय रोड, गांधी रोड, बड़तल्ला होते हुए गंगा तट पहुंची. जहां पर गंगा में स्नान-दान करा कर लौट गये. जल पूजन के पहले झूले में सिंघासन में झूलते हुए गंगा तट ले जाया गया. दैविक, भौतिक, दैहिक, तीन तापों से रक्षा के कष्ट निवारण को लेकर पूजा किया गया. बाजार में मारवाड़ी समाज व अन्य समाज के सैकड़ों श्रद्धालु झुलनी के नीचे से गुजर कर पूजन किया. इस शोभा यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु कंधा में उठाकर झूला ले गये. इस अवसर पर बेदु खुड़ानिया, प्रकाश शर्मा, सोनू शर्मा, रामलाल मित्तल, मोती तंबाकूवाला सहित दर्जनों श्रद्धालु उपस्थित थे.