बाद में पता चला कि उसे राघव लाल ने सरोज लाल नामक एक फर्जी महिला के जरिये जमीन दिलवायी है. तब प्रेरणा प्रज्ञा ने राघव लाल से संपर्क किया. दिनांक 30 मार्च 2017 को राघव लाल कर्ण ने महिला प्रेरणा प्रज्ञा के साथ एक समझौता किया था. समझौता में राघव लाल ने जमीन बेचने की बात स्वीकार की थी. उसने फर्जी महिला को खड़ा कर प्रेरणा प्रज्ञा को जमीन बेचने की बात भी स्वीकार की थी. उसने चार दिन के अंदर महिला को रुपये लौटाने का वादा भी किया था, लेकिन महिला को रुपये नहीं लौटाये. प्रेरणा प्रज्ञा जब हरमू निवासी राघव लाल के पास रुपये मांगनी पहुंची, तब उसने गलत व्यवहार किया.
प्रेरणा प्रज्ञा ने बताया कि जब मैं मामले की शिकायत लेकर एसएसपी रांची के पास गयी, तब उन्होंने आवेदन पर एफआइआर करने का निर्देश अरगोड़ा थाना प्रभारी को दिया. उन्होंने मामले में कार्रवाई का निर्देश भी दिया था. एसएसपी के निर्देश पर मामले में अरगोड़ा थाना में केस तो दर्ज कर लिया गया, लेकिन अब मैं कार्रवाई के लिए अरगोड़ा थाना जाती हूं, तब मुझे थाना प्रभारी आश्वासन देकर भेज देते हैं. वह मामले में टालमटोल करते हैं. मैं अब अरगोड़ा थाने का चक्कर लगा कर परेशान हो चुकी हूं. अभी तक मामले में बयान तक नहीं लिया गया. आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन मुझे न्याय चाहिए. इस वजह से मैंने एसडीओ के पास धरना पर बैठने के लिए आवेदन भी दिया है. मुझे दिल्ली से रांची आकर केस लड़ने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद पुलिस के स्तर से मुझे कोई मदद नहीं मिल रही है. इधर अरगोड़ा थाना प्रभारी रतिभान सिंह ने बताया कि अनुसंधान जारी है. पुलिस मामले में आवश्यक कार्रवाई कर रही है.