हजारीबाग/रांची: कोई भी व्यक्ति हिम्मत न हारे और न ही पछतावा में रहे. मंजिल तलाशी जाये, तो सफलता निश्चित है. ऐसा ही कर दिखाया प्रशिक्षु डीएसपी श्रेयवत्स ने. यूपीएससी की परीक्षा में तीन बार असफल होने के बावजूद उन्होंने असफलता को खुद पर हावी नहीं होने दिया. आखिरकार सिविल सेवा की परीक्षा में 260वां रैंक […]
हजारीबाग/रांची: कोई भी व्यक्ति हिम्मत न हारे और न ही पछतावा में रहे. मंजिल तलाशी जाये, तो सफलता निश्चित है. ऐसा ही कर दिखाया प्रशिक्षु डीएसपी श्रेयवत्स ने. यूपीएससी की परीक्षा में तीन बार असफल होने के बावजूद उन्होंने असफलता को खुद पर हावी नहीं होने दिया. आखिरकार सिविल सेवा की परीक्षा में 260वां रैंक हासिल करने में सफलता पायी.
श्रेयवत्स वर्तमान में हजारीबाग में डीएसपी का प्रशिक्षण ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि ईमानदार कोशिश व्यर्थ नहीं जाती है. लक्ष्य निर्धारित हो और उसे पाने के लिए हर संभव प्रयास इनसान को भीड़ से अलग बनाता है. श्रेयवत्स ने कहा कि जो भी जिम्मेवारी हमें मिलेगी, उसे ईमानदारी के साथ निर्वाह करूंगा. उपेक्षित वर्ग के लिए काम करना हमारी प्राथमिकता होगी.
भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरव बढ़ाना है. यूपीएससी का रिजल्ट आते ही हजारीबाग जेपीए मेस में जश्न मनाया जाने लगा. सभी प्रशिक्षु डीएसपी श्रेयवत्स को बधाई देने लगे. बधाई देनेवालों में ट्रेनर हवलदार धर्मेंद्र रजक, डीएसपी विमलेश कुमार त्रिपाठी, संतोष, शांति भूषण, अभय, कुलदीप, मुस्तफा, मनोज कुमार, अजय, आलोक, अखिल आदि शामिल थे. ट्रेनर हवलदार धर्मेंद्र रजक ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में यूपीएससी की तैयारी कर श्रेयवत्स ने सफलता हासिल की है. कई अभ्यर्थी इससे प्रेरणा लेंगे.
साक्षात्कार
सवाल: सफलता पाने के लिए क्या करना चाहिए ?
जवाब: किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए ईमानदार कोशिश व मेहनत जरूरी है. सफलता के लिए कोई शॉर्टकर्ट नहीं होता है. टारगेट निर्धारित करें और मेहनत करें.
सवाल: यूपीएससी परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों को क्या संदेश देंगे.
जवाब: एकाग्रचित होकर मेहनत करें. इंटरनेट का सही उपयोग करें.