Advertisement
प्रखंड, अंचल और थाने में बिना पैसे नहीं होता काम
कड़वा सच. सीएम ने दुमका में 15.90 करोड़ की योजनाओं का किया उदघाटन व शिलान्यास, कहा मुख्यमंत्री ने कहा : सरकार की सबसे ज्यादा छवि ब्लॉक, अंचल और थाने में खराब होती है. इन जगहों पर महात्मा गांधी का फोटो (पैसा) जब तक देखते नहीं, तब तक काम नहीं करते. मैं खुद भुक्तभोगी हूं, मैं […]
कड़वा सच. सीएम ने दुमका में 15.90 करोड़ की योजनाओं का किया उदघाटन व शिलान्यास, कहा
मुख्यमंत्री ने कहा : सरकार की सबसे ज्यादा छवि ब्लॉक, अंचल और थाने में खराब होती है. इन जगहों पर महात्मा गांधी का फोटो (पैसा) जब तक देखते नहीं, तब तक काम नहीं करते. मैं खुद भुक्तभोगी हूं, मैं भी आपलोगों की तरह ही जिंदगी जी कर आया हूं.
दुमका/रांची : सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दुमका के बिरसा मुंडा आउटडोर स्टेडियम में 15.90 करोड़ रुपये की योजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास किया. संतालपरगना के विभिन्न जिलों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पंचायत स्वयंसेवकों को उन्होंने सम्मानित किया तथा लाभुकों के बीच परिसंपत्ति वितरित की.
सीएम ने कहा कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी संताल परगना में गरीबी-पिछड़ेपन तथा आदिवासियों-दलितों के नाम पर केवल राजनीति ही होती रही, विकास नहीं हुआ. विकास के जरिये इस क्षेत्र में खुशहाली लाने तथा बदहाली दूर करने के लिए उनकी सरकार व्यवस्था बदल रही है. उन्होंने कहा कि पंचायत स्वयंसेवक ईमानदारी से सेवा करें, तो अपने गांव के एक-एक घर में हम समृद्धि ला सकते हैं. गरीबों को हम ताकतवर बनायेंगे, तभी राज्य समृद्धशाली होगा. झारखंड का सपना पूरा होगा.
उन्होंने कहा कि पंचायतों में स्वयंसेवकों की व्यवस्था की गयी है. जाति, आवासीय और आय प्रमाण पत्र की वैधता बढ़ायी गयी है. ताकि बार-बार प्रखंड-अंचल कार्यालय जाने की जरूरत न पड़े. ऐसी व्यवस्था जो बिचौलिया पैदा करते हैं, उसे हम खत्म करते जा रहे हैं. पंचायत स्वयंसेवकों से कहा कि मानदेय मांगने वाले ये जान लें कि यह नौकरी नहीं है. स्वेच्छा से पंचायत की सेवा करनी है, तो उनका स्वागत है. मानदेय चाहिए, तो वे आज ही छोड़ कर चले जायें.
अनुशासन भंग किये, तो हो जायेंगे आउट
राज्य 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की प्रमंडलीय बैठक में भी सीएम रघुवर दास ने सदस्यों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया. कहा : शासन में अनुशासन बेहद जरूरी है. जिस दिन अनुशासन भंग किया, उस दिन वे आउट हो जायेंगे.
तीन मंत्री समेत कई अधिकारी थे मौजूद
मुख्यमंत्री रघुवर दास के अलावा इन दोनों कार्यक्रमों में ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, समाज कल्याण मंत्री लुइस मरांडी, श्रम एवं नियोजन मंत्री राज पलिवार, अपर मुख्य सचिव (वित्त) अमित खरे, ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव एनएन सिन्हा, उच्च, तकनीकी शिक्षा व कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव केके सोन तथा राज्य विद्युत वितरण निगम के एमडी राहुल पुरवार, आयुक्त दिनेश चंद्र मिश्र, डीआइजी अखिलेश झा, दुमका डीसी राहुल कुमार सिन्हा, देवघर के अरवा राजकमल, साहिबगंज के ए मुथुकुमार, गोड्डा के भुवनेश प्रताप सिंह आदि भी मौजूद थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement