इस बाबत पूछने पर रांची के ट्रैफिक एसपी संजय रंजन सिंह कहते हैं कि यातायात नियमों का पालन कराना हमारी जिम्मेवारी है. हम राजस्व वसूलने के लिए नहीं, बल्कि लोगों जागरूक करने के लिए जांच अभियान चलाते हैं. लोगों को यह बताने का प्रयास किया जाता है कि सुरक्षित वाहन चलाने से उनका जीवन सुरक्षित रहेगा. इसके बावजूद अगर लोग नहीं सुधर रहे हैं, तो जाहिर है कि उनमें सिविक सेंस का अभाव है. मिलिट्री वाले अथवा कुछ सामान्य लोग अपने बच्चों को भी दो पहिया वाहन में बेबी हेलमेट पहनाते हैं. इससे बचपन से हेलमेट पहनने की आदत पड़ जाती है. एक जिम्मेदार नागरिक यातायात नियमों के पालन की सीख अपने बच्चों बचपन से ही दें, तो बड़े होकर वे बच्चे हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने के आदी हो जायेंगे.
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एक करोड़ जुर्माना दिया फिर भी नहीं सुधरे लोग
रांची : इस वर्ष साढ़े चार महीने में रांचीवासी ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के एवज में यातायात पुलिस को एक करोड़ से अधिक जुर्माना दे चुके हैं. इसके बावजूद सुधरने का नाम नहीं रहे. शहर की सड़कों पर अब भी बिना हेलमेट, बिना लाइसेंस, तीन सवारी चलने वाले और सिग्नल तोड़ने वाले दिख रहे हैं. […]
रांची : इस वर्ष साढ़े चार महीने में रांचीवासी ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के एवज में यातायात पुलिस को एक करोड़ से अधिक जुर्माना दे चुके हैं. इसके बावजूद सुधरने का नाम नहीं रहे. शहर की सड़कों पर अब भी बिना हेलमेट, बिना लाइसेंस, तीन सवारी चलने वाले और सिग्नल तोड़ने वाले दिख रहे हैं. ऐसे में यह साफ हो जाता है कि जागरूकता अभियान और जुर्माना लगाने को बाद भी लोग नहीं सुधरनेवाले हैं.
इस बाबत पूछने पर रांची के ट्रैफिक एसपी संजय रंजन सिंह कहते हैं कि यातायात नियमों का पालन कराना हमारी जिम्मेवारी है. हम राजस्व वसूलने के लिए नहीं, बल्कि लोगों जागरूक करने के लिए जांच अभियान चलाते हैं. लोगों को यह बताने का प्रयास किया जाता है कि सुरक्षित वाहन चलाने से उनका जीवन सुरक्षित रहेगा. इसके बावजूद अगर लोग नहीं सुधर रहे हैं, तो जाहिर है कि उनमें सिविक सेंस का अभाव है. मिलिट्री वाले अथवा कुछ सामान्य लोग अपने बच्चों को भी दो पहिया वाहन में बेबी हेलमेट पहनाते हैं. इससे बचपन से हेलमेट पहनने की आदत पड़ जाती है. एक जिम्मेदार नागरिक यातायात नियमों के पालन की सीख अपने बच्चों बचपन से ही दें, तो बड़े होकर वे बच्चे हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने के आदी हो जायेंगे.
साढ़े चार महीनों में वसूले गये जुर्माने का आंकड़ा
महीना बिना हेलमेट बिना लाइसेंस जुर्माना
जनवरी 5097 404 1702600 रुपये
फरवरी 4837 275 2451050 रुपये
मार्च 1360 259 1591700 रुपये
अप्रैल 6884 713 3487300 रुपये
मई 478 79 806700 रुपये
कुल- एक करोड़ 39 हजार 350 रुपये जुर्माना वसूला गया़
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