इससे पूर्व रांची नगर निगम की अोर से अधिवक्ता एलसीएन शाहदेव ने शपथ पत्र दायर कर बताया कि राजधानी में मच्छरों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. 55 वार्डों में दवा का छिड़काव किया जा रहा है. प्रत्येक वार्ड में तीन-तीन मजदूरों को लगाया गया. 55 वार्डों में सुपरवाइजरों के माध्यम से सर्वे कराया गया है. लोगों ने कहा है कि मच्छरों में कमी आ रही है. कोर्ट के निर्देश के आलोक में मच्छरों पर नियंत्रण के लिए जमशेदपुर का दाैरा कर जानकारी हासिल की गयी है. वहां जुस्को की रणनीति देखी गयी. मच्छरों पर नियंत्रण के लिए दवा भी बदल दी गयी है. प्रत्येक माह में विशेष अभियान चलाया जायेगा.
कंसल्टेंट फीस के ताैर पर 19 करोड़ से अधिक का भुगतान होगा. निगम की अोर से यह भी कहा गया कि 55 वार्ड में 340 जगहों को पार्षदों ने चिह्नित किया है. 65 वाटर टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है. हरमू हाउसिंग कॉलोनी सहित 75 वाटर सप्लाई प्वाइंट भी बनाया गया है. प्रार्थी की अोर से अधिवक्ता राजीव कुमार ने पक्ष रखा. नगर आयुक्त की अोर से वरीय अधिवक्ता आरएस मजूमदार ने पक्ष रखा. उल्लेखनीय है कि प्रार्थी दीवान इंद्रनील सिन्हा की अोर से जनहित याचिका दायर कर मच्छरों के प्रकोप से राजधानीवासियों को निजात दिलाने की मांग की है.