रिम्स ट्रॉमा सेंटर में पांच करोड़ से तैयार हो रहा है स्किल लैब
स्किल लैब तैयार करने में एनआरएचएम कर रहा है सहयोग
राजीव पांडेय
रांची : रिम्स राज्य के डॉक्टरों व मेडिकल विद्यार्थियाें को इलाज की नयी तकनीक का प्रशिक्षण मुहैया करायेगा. इसके लिए रिम्स में स्किल लैब तैयार किया जा रहा है. स्किल लैब सेंटर रिम्स के नवनिर्मित ट्रॉमा सेंटर के चौथे तल्ला पर तैयार किया जा रहा है. यह सेंटर नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) के सहयोग से तैयार किया जा रहा है.
एनआरएचएम रिम्स को ट्रॉमा सेंटर में स्किल लैब तैयार करने के लिए पांच करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दे रहा है. ट्रॉमा सेंटर के तैयार होने के साथ ही स्किल लैब भी तैयार हो जायेगा. स्किल लैब सेंटर में राज्य के डॉक्टर व मेडिकल कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. प्रशिक्षण के लिए रिम्स प्रबंधन दिल्ली के विशेषज्ञ चिकित्सकों को बुलायेगा. विशेषज्ञ पहले रिम्स के डॉक्टराें, मेडिकल स्टॉफ को प्रशिक्षित करेंगे. इसके बाद वह राज्य के डाॅक्टरों को प्रशिक्षित करेंगे.
स्किल लैब खोलने का एमसीआइ ने दिया है निर्देश : रिम्स में स्किल लैब खोलने का निर्देश मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने भी रिम्स प्रबंधन को दिया है. एमसीआइ के निर्देश के बाद रिम्स प्रबंधन तैयार हो रहे ट्रॉमा सेंटर की आधारभूत संरचना में परिवर्तन करा कर लैब का निर्माण करा रहा है.
ऐसे काम करेेगा स्किल लैब
स्किल लैब सेंटर में मेनीक्यू (पुतला) होगा. यह पुतला मानव शरीर की तरह ही दिखायी देगा. डॉक्टरों को सर्जरी व प्रसव का प्रशिक्षण देते समय यह जीवित व्यक्ति की तरह ही अनुभूति प्रदान करेगा. सर्जरी करने पर पुतला में चीरा लगाते ही असली व्यक्ति की तरह स्किन से खून निकलेगा. त्वचा की परत भी असली व्यक्ति की तरह हटती दिखेगी. महिला के प्रसव व सिजेरियन करने पर जीवित महिला की तरह ही दिखायी देगा. पारा मेडिकल व एएनएम को ब्लड का सैंपलिंग करने का प्रशिक्षण देने पर पुतला से खून भी निकलेगा.
स्किल लैब में डाॅक्टर, मेडिकल स्टूडेंट एवं पारा मेडिकल स्टूडेंट को प्रशिक्षण दिया जायेगा. लैब को तैयार करने में फंड एनआरएचएम द्वारा दिया गया है. रिम्स के डॉक्टर प्रशिक्षण लेने के बाद राज्य के डाॅक्टरों को प्रशिक्षित करेंगे.
डॉ बीएल शेरवाल, निदेशक, रिम्स