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पंडरा बाजार समिति : जुगाड़ से दुकान ले लिये हो, अब आठ रुपये के हिसाब से किराया देना होगा
रांची: पंडरा बाजार समिति के अध्यक्ष सह एसडीओ भोर सिंह यादव शुक्रवार दोपहर पंडरा बाजार पहुंचे. यहां वे सीधे समिति के कार्यालय पहुंचे अौर वहां से वे परिसर में स्थित बिस्कोमान गोदाम के सामने पहुंचे. पांच-छह दुकान घूमने के दौरान व्यापारियों से तू-तू, मैं-मैं हुई. व्यापारियों ने कहा कि दुकानों में एसडीओ पहुंच कर गलत […]
रांची: पंडरा बाजार समिति के अध्यक्ष सह एसडीओ भोर सिंह यादव शुक्रवार दोपहर पंडरा बाजार पहुंचे. यहां वे सीधे समिति के कार्यालय पहुंचे अौर वहां से वे परिसर में स्थित बिस्कोमान गोदाम के सामने पहुंचे. पांच-छह दुकान घूमने के दौरान व्यापारियों से तू-तू, मैं-मैं हुई. व्यापारियों ने कहा कि दुकानों में एसडीओ पहुंच कर गलत तरीके से बात करने लगे. उम्रदराज व्यापारियों से भी तुम-ताम करते रहे.
मैं आइएएस तो, क्या मेरा बेटा आइएएस बनेगा
व्यापारियों के अनुसार, एसडीओ ने कहा कि क्या मैं आइएएस हूं, तो क्या मेरा बेटा आइएएस बनेगा. जुगाड़ से दुकान ले लिये हो. इसके बाद उन्होंने कहा कि अब आठ रुपये के हिसाब से किराया देना होगा. प्लास्टिक-दोना का व्यापार यहां पर नहीं चलेगा. इस दौरान जब एसडीओ निर्मल कुमार व बिनोद कुमार के दुकान पर पहुंचे, 150 से अधिक व्यापारियों के साथ-साथ मोटिया मजदूर वहां जुट गये और विरोध करने लगे. इसके बाद एसडीओ वहां से चले गये.
चेंबर ने नोटिस पर रोक का किया स्वागत : इधर पंडरा कृषि उत्पादन बाजार समिति परिसर की दुकानें खाली करने के पणन सचिव के जारी नोटिस पर रोक लगाने के फैसले का झारखंड चेंबर ने स्वागत किया है. चेंबर ने इसके लिए मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार और कृषि सचिव पूजा सिंघल को धन्यवाद दिया है. समिति की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि ई-ट्रेडिंग के तहत बाजार प्रांगण में सूचीबद्ध केवल 69 कृषि उत्पादों का ही व्यापार किया जा सकेगा, जो पूर्णत: अव्यवहारिक है. समिति के इस आदेश से परिसर में संचालित सभी दुकानदार प्रभावित होते. चेंबर अध्यक्ष विनय अग्रवाल ने कहा कि ई-ट्रेडिंग के लिए जारी अधिसूचना में 69 वस्तुओं के अलावा और अन्य वस्तुओं की बिक्री नहीं होगी, ऐसा जिक्र कहीं भी नहीं है.
30 तक व्यापारी अपना रखें पक्ष : एसडीओ
पंडरा बाजार समिति के अध्यक्ष सह एसडीओ भोर सिंह यादव ने कहा कि मिति से दुकानें हटाये जाने के नोटिस मामले में व्यापारी 30 अप्रैल तक अपना पक्ष रख सकते हैं. उन्हें बताना होगा कि क्यों न उनकी दुकानें खाली करायी जायेंगे. वे अपनी शिकायत मेरे पास लायें. उन्हें बताना होगा कि दुकानें पूरी तरह से वैध है. समिति से जुड़े मामलों में किसी प्रकार की शिकायत है, तो मेरे पास आयें, मैं सुनने के लिए तैयार हूं. अगर मैं सुनवाई नहीं करता हूं, तब कोई बात हो सकती है. समिति में कुल 742 निबंधित दुकानें हैं. आश्चर्य की बात है कि इसमें एक भी किसान नहीं है. एक-एक परिवार से चार-चार दुकानें मिली हुई हैं. सभी को मौका मिलना चाहिए.
फिर से बाजार शुल्क लागू करना चाहते हैं
रांची. पंडरा बाजार समिति के सदस्य एक बार फिर से बाजार शुल्क लागू करना चाहते हैं. इसके पीछे वे समिति की आय कम होने का हवाला दे रहे हैं. पिछले दिनों समिति की हुई बैठक में कृषक सदस्य बिरसा उरांव एवं दुर्गा साहू ने बाजार शुल्क लागू करने का प्रस्ताव लाया. इसका सभी सदस्यों ने अनुमोदन किया. कृषक सदस्यों ने कहा कि बाजार शुल्क समाप्त होने के बाद भी ग्रामीण हाटों में पूर्व के ठेकेदाराें द्वारा अभी भी अवैध तरीके से शुल्क वसूला जा रहा है. इस पर समिति ने निर्णय लिया कि क्यों न पुन: शुल्क संग्रहण किया जाये. इस पर सभी सदस्यों ने सहमति जतायी है. बाजार समिति में लगनेवाले एक प्रतिशत बाजार शुल्क में काफी भ्रष्टाचार पाया गया. इसे देखते हुए झारखंड सरकार ने बाजार समिति में लगनेवाले बाजार शुल्क को समाप्त कर दिया था. व्यापारियों का कहना है कि अकेले पंडरा बाजार में फिर से बाजार शुल्क लागू करने से फिर से भ्रष्टाचार बढ़ेगा.
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