साथ ही प्रोन्नति के लिए रिफ्रेशर कोर्स व अोरिटेंशन कोर्स की तय सीमा बढ़ा दी है. इन शिक्षकों को व्याख्याता (वरीय वेतनमान) से रीडर तथा समकक्ष पद पर प्रोन्नति के समय एक अोरिएंटेशन तथा दो रिफ्रेशर कोर्स में भाग लेना अनिवार्य किया था. अंतिम रिफ्रेशर कोर्स की समाप्ति तिथि के अनुसार राज्य के विवि प्रोन्नति तिथि वर्ष 2008 के बाद की तय हुई, जिस पर राज्य सरकार ने यह कह कर रोक लगा दिया था कि 31 दिसंबर 2008 के बाद वाले का मामला नये परिनियम से तय होगा. वहीं यूजीसी ने कोर्स करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2013 तक मान कर छूट प्रदान किया है. झारखंड सरकार ने अब यही कट अॉफ डेट मान लिया है.
यानी अब 31 दिसंबर 2013 तक इन कोर्स में भाग लेनेवाले की प्रोन्नति देय समय पर होगी तथा यह बहाली के आठ, नौ व 10 वर्ष पूरा होते ही प्राप्त होगी. पीएचडी प्राप्त व्याख्याता आठ वर्ष में, एमफिल धारक नौ वर्ष तथा एमए/एमएससी/एमकॉम वाले 10 वर्ष में प्रोन्नति का लाभ मिलेगा. हालांकि यह लाभ फिलहाल अल्पसंख्यक कॉलेज के शिक्षकों को नहीं मिल पायेगा. तकनीकी कारणों से उन्हें इससे अलग रखा गया है. इधर, शिक्षक नेता व रांची कॉलेज पीजी टीचर्स एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉ एमएम अब्बास ने सरकार के इस संशोधन पर हर्ष जताया है. साथ ही कहा है कि इससे सैकड़ों शिक्षकों को लाभ मिल जायेगा.