घटना के बाद धर्मवीर सिंह के समर्थन में पूर्व छात्र नेता उमेश यादव सहित अन्य लोग धुर्वा थाना परिसर में धरना पर बैठ गये. वे धुर्वा थाना प्रभारी को हटाने की मांग करने लगे. लोगों के आक्रोश को देखते हुए धुर्वा पुलिस ने मारपीट के आरोप में अमित सिंह और उसके भाई चिंतू को हिरासत में लिया है. धरना पर बैठे लोगों ने हिरासत में लिये गये आरोपियों को जेल भेजने की मांग की है.
घटना की गंभीरता को देखते हुए हटिया एएसपी सुजाता कुमारी और जगन्नाथपुर थाना प्रभारी को धुर्वा थाना भेजा गया. हटिया एसपी ने धरना पर बैठे लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. हटिया एएसपी ने कहा कि दोषियों पर पुलिस कार्रवाई करेगी. देर रात खिजरी विधायक राम कुमार पाहन भी धुर्वा थाना पहुंचे और मामले की जानकारी ली. मामले में अमित सिंह का कहना है कि धर्मवीर सिंह के आठ-दस लोग उसके घर पर हथियार लेकर पहुंचे और मारपीट की. उसकी बीमार मां के साथ मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया. वह इसी बात की शिकायत दर्ज कराने धुर्वा थाना पहुंचा था. उसी समय धर्मवीर सिंह भी धुर्वा थाना पहुंचा गया और वहां भी उसके साथ मारपीट की. पुलिस के आश्वासन पर देर रात धरना समाप्त हुआ. उल्लेखनीय है कि धर्मवीर सिंह और अमित सिंह के बीच विवाद रामनवमी के दिन से चल रहा है.
अमित सिंह ने महावीरी झंडा फाड़ देने का आरोप धर्मवीर सिंह पर लगाया था. मामले में हटिया एसएसपी सुजाता कुमारी ने बताया कि धुर्वा थाना में धर्मवीर की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. दूसरे पक्ष की ओर से मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं दी गयी है. पुलिस मामले में जांच कर आवश्यक कार्रवाई करेगी.