रांची: गरमी के दस्तक देने के साथ ही राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जलसंकट भी शुरू हो गया है. हालांकि, नगर निगम की ओर से शहर के कई इलाकों में टैंकर से जलापूर्ति शुरू कर दी गयी है, लेकिन टैंकर से पानी को लेने के लिए मारामारी की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है. जलसंकट […]
रांची: गरमी के दस्तक देने के साथ ही राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जलसंकट भी शुरू हो गया है. हालांकि, नगर निगम की ओर से शहर के कई इलाकों में टैंकर से जलापूर्ति शुरू कर दी गयी है, लेकिन टैंकर से पानी को लेने के लिए मारामारी की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है.
जलसंकट को देखते हुए रांची नगर निगम द्वारा गुरुवार को वार्ड नंबर-37 में 6000 लीटर का पानी का टैंकर भेजा गया. यहां पानी लेने के लिए लोग आपस में ही उलझ पड़े. देखते ही देखते टैंकर के चारों और बरतनों का ढेर लग गया. लोगों में पानी के लिए हो रही छीना-झपटी को देखते हुए वार्ड पार्षद अरुण कुमार झा को बुलाया गया. मौके पर पहुंचे श्री झा ने खुद टैंकर पाइप अपने हाथ में लिया और लोगों के बरतनों में पानी भरने लगे. वार्ड में पानी की किल्लत इस कदर थी कि 6000 लीटर का यह टैंकर 45 मिनट में ही खाली हो गया.
सूख चुके हैं वार्ड के सभी चापाकल : वार्ड नंबर-37 में 20 हजार लोगों काे पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए रांची नगर निगम द्वारा यहां 40 चापाकल लगाये गये हैं. परंतु गरमी के शुरुआत में करीब-करीब सभी चापाकलों ने पानी देना बंद कर दिया है. दो-चार चापाकलों से पानी निकलता है, लेकिन वह भी सुबह में एक घंटा के लिए. उसके बाद ये चापाकल भी पानी देना बंद कर देते हैं. मोहल्ले में पानी के किल्लत को देखते हुए निगम के द्वारा 11 मिनी एचवाइडीटी भी लगाया गया है. परंतु इसमें से भी दो महीनों से खराब पड़े हुए हैं. बाकी के नौ मिनी एचवाइडीटी से लोग कतार लगाकर पानी भरते हैं.