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रांची : सरहुल के मौके परझारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि जनजातीय भाषाओं के 75 शिक्षकों की नियुक्ति जल्द होगी. मुख्यमंत्री ने हिंदू नव वर्ष एवं सरहुल पर्व के मौके पर लोगों को बधाई दी. सीएम ने कहा कि आदिवासी समाज सिर्फ प्रकृति का पुजारी ही नहीं है, बल्कि इस देश की आज़ादी में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है.
आजादी के 70 वर्षों के बाद आदिवासी समाज का जितना विकास होनी चाहिए था, उतना विकास नहीं हुआ है.मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि उनकेराजनीतिक जीवन का मकसद समाज को बदलना है और झारखण्ड से गरीबी को मिटाना है. डिग्री के साथ-साथ आज हुनर की भी जरूरत है. जनजातीय भाषा के रिक्त 75 पदों का रोस्टर क्लियर करके भरने का आदेश अपने सचिव को सीएम ने दिया.उन्होंने कहा कि इस संबंध में अगले कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया जायेगा. गांवों में आज भी अशिक्षा के कारण आदिवासी समाज गरीब है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने गरीबी देखी है कि उस स्थिति में कैसे पढाई-लिखाई की जाती है, जीया जाता है. रघुवर दास ने कहा कि मैं जब सरकार में आया था तभी शोध को बढ़ावा देने की बात कही थी.