भारत में जहां निवेशकों की जेब से एक झटके में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक निकल गये हैं. वहीं, अकेले झारखंड में निवेशकों के हाथ से 800 करोड़ रुपये से अधिक निकल गये हैं. इस गिरावट के साथ बीएसइ पर लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप 119.41 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया.
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झारखंड में निवेशकों के 800 करोड़ रुपये डूबे
रांची : एशियाई मार्केट में आयी तेज गिरावट का असर घरेलू स्टॉक मार्केट में भी साफ दिखा. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 318 अंकों की गिरावट के साथ 29,167 के स्तर पर और निफ्टी 91 अंक की कमजोरी के साथ 9030 के स्तर पर बंद हुआ है. इससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. इस गिरावट […]
रांची : एशियाई मार्केट में आयी तेज गिरावट का असर घरेलू स्टॉक मार्केट में भी साफ दिखा. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 318 अंकों की गिरावट के साथ 29,167 के स्तर पर और निफ्टी 91 अंक की कमजोरी के साथ 9030 के स्तर पर बंद हुआ है. इससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. इस गिरावट से निवेशकों को बड़ा झटका लगा है.
भारत में जहां निवेशकों की जेब से एक झटके में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक निकल गये हैं. वहीं, अकेले झारखंड में निवेशकों के हाथ से 800 करोड़ रुपये से अधिक निकल गये हैं. इस गिरावट के साथ बीएसइ पर लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप 119.41 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया.
यह है कारण : मार्केट में गिरावट के कई मुख्य कारण हैं. विशेषज्ञ कहते हैं कि अमेरिका में वैश्विक चिंता, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की कर कटौती की संभावना, रिटेल निवेशकों द्वारा मुनाफा वसूली भी मार्केट में गिरावट का एक प्रमुख कारण हैं. आनेवाले समय में आरबीआइ के मॉनिटरी पॉलिसी पर भी बाजार निर्भर करेगा. बाजार विशेषज्ञ ललित त्रिपाठी कहते हैं कि छोटे निवेशकों को बाजार में होने वाली गिरावट पर निवेश को मौके की तरह लेना चाहिए. उन्हें थोड़ा-थोड़ा निवेश करना चाहिए. वहीं, जो पहले से निवेश कर रहे हैं, उन्हें प्रॉफिट भी बुक कर लेना चाहिए.
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