तीन दिनी मेले का उदघाटन करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अनुमंडल स्तर पर केवीके खोलने का निर्णय सराहनीय है. किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन से जोड़े जाने की जरूरत है. राज्यपाल ने कहा कि समस्या कभी समाप्त नहीं होती है. बीएयू में कई समस्या हो सकती है, लेकिन इसी के बीच रास्ता निकालने का प्रयास करना चाहिए. वैसे राजभवन या केंद्र के स्तर से जो भी समस्या होगी, उसे दूर करने में मदद करेंगे.
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बीएयू: एग्रोटेक-2017 किसान मेला शुरू, बोलीं राज्यपाल पढ़े-लिखे लोग आयें खेती के पेशे में, तभी होगा बदलाव
रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने पढ़े-लिखे लोगों से खेती से जुड़ने का आह्वान किया है. सोमवार को बीएयू में आयोजित एग्रोटेक-2017 किसान मेले में राज्यपाल ने कहा कि किसानों के हालात में बदलाव के लिए इस पेशे में पढ़े-लिखे लोगों का आना जरूरी है. जिस दिन किसानों के हालात सुधर जायेंगे, देश विकसित हो […]
रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुरमू ने पढ़े-लिखे लोगों से खेती से जुड़ने का आह्वान किया है. सोमवार को बीएयू में आयोजित एग्रोटेक-2017 किसान मेले में राज्यपाल ने कहा कि किसानों के हालात में बदलाव के लिए इस पेशे में पढ़े-लिखे लोगों का आना जरूरी है. जिस दिन किसानों के हालात सुधर जायेंगे, देश विकसित हो जायेगा. सरकार को प्रगतिशील किसानों के साथ-साथ सामान्य किसानों की दशा-दिशा सुधारने के लिए काम करना होगा. इन्हें दूसरे राज्यों का भ्रमण करा कर खेती के तौर-तरीके से अवगत कराना होगा.
तीन दिनी मेले का उदघाटन करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अनुमंडल स्तर पर केवीके खोलने का निर्णय सराहनीय है. किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन से जोड़े जाने की जरूरत है. राज्यपाल ने कहा कि समस्या कभी समाप्त नहीं होती है. बीएयू में कई समस्या हो सकती है, लेकिन इसी के बीच रास्ता निकालने का प्रयास करना चाहिए. वैसे राजभवन या केंद्र के स्तर से जो भी समस्या होगी, उसे दूर करने में मदद करेंगे.
कृषि विकास दर दूसरे राज्यों से अच्छी : सचिव
कृषि एवं पशुपालन विभाग के सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि झारखंड में कृषि की विकास दर दूसरे राज्यों से अच्छी है. 2022 तक किसानों की आय दो गुनी करनी है. इसके लिए ज्यादा से ज्यादा तकनीक का प्रयोग करना होगा. केवीके के किसानों तक ज्ञान पहुंचाने की जरूरत है. अनुमंडल स्तर पर केवीके खुलने से किसानों की पहुंच और आसान होगी. बीएयू के तैयार महाविद्यालयों में इसी साल से पढ़ाई शुरू हो जायेगी. सभी जिलों में कोल्ड स्टोरेज का निर्माण भी कराया जा रहा है.
समस्या बहुत, समाधान खोज रहे हैं : कुलपति
अतिथियों का स्वागत करते हुए बीएयू के कुलपति डॉ पी कौशल ने कहा कि विश्वविद्यालय के नये कॉलेजों में अगले सत्र से पढ़ाई शुरू हो जायेगी. शुरुआती दौर में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स होंगे. कृषि, पशु चिकित्सा संकाय और वानिकी की सीटों की संख्या बढ़ा दी गयी है. आइसीएआर से पांच साल का एक्रिडेशन हो गया है. अगले दो-तीन माह में जेपीएससी से शिक्षकों कि नियुक्ति हो जाने की उम्मीद है. कर्मचारी चयन आयोग से गैर शिक्षकेतर कर्मचारियों की नियुक्ति भी होगी. यहां के दैनिक मजदूरों के लिए छह-सात करोड़ रुपये की जरूरत है. एसीपी और एमएसीपी कर्मियों को नहीं मिल पाया है. आइसीएआर से मिलने वाली राशि का राज्य का शेयर नहीं मिल पा रहा है. कुछ हॉस्टल बनाये जाने की जरूरत है. कुछ नीति और नियमावली भी बनाने की जरूरत है. इसमें राजभवन और राज्य सरकार के सहयोग की जरूरत है. धन्यवाद ज्ञापन बीएयू के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आरपी सिंह रतन ने किया. इस मौके पर कृषि निदेशक जटाशंकर भी मौजूद थे.
किसान डायरी का विमोचन
इस मौके पर राज्यपाल ने किसान डायरी-2017 का विमोचन किया. राज्यपाल ने बागवानी प्रदर्शनी का भी उदघाटन किया. मेले के साथ-साथ बीएयू के गृह विज्ञान और पशु चिकित्सा विज्ञान की कई फैकल्टी का निरीक्षण किया.
किसान हुए सम्मानित
इस मौके पर राज्यपाल ने किसानों को सम्मानित भी किया. इनमें सुमित्रानंदन महतो- कसमार, दामोदर सिंह- पाटन पलामू, गंदूरा उरांव-मांडर, सुखदेव उरांव-लोहरदगा व सोनिया टुडू-गम्हरिया.
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