परीक्षकों ने पूरी उत्तरपुस्तिका देखे बिना ही मूल्यांकन कार्य पूरा कर दिया. इंटर साइंस परीक्षा 2016 में रसायन शास्त्र विषय में एक परीक्षार्थी को कुल अंक 70 में से 62 अंक मिले. पर परीक्षक ने मूल्यांकन के दौरान विद्यार्थी को केवल 12 अंक दिया. परीक्षार्थी ने स्क्रूटनी के लिए आवेदन जमा किया. स्क्रूटनी के लिए फिर से उत्तरपुस्तिका निकाली गयी. स्क्रूटनी में पाया गया कि परीक्षक ने पूरी उत्तरपुस्तिका को देखे बिना ही मूल्यांकन कार्य पूरा कर दिया था.
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गड़बड़ी: मैट्रिक-इंटर की उत्तरपुस्तिका जांचे बिना पूरा कर दिया मूल्यांकन, परीक्षार्थी को मिले 62, परीक्षक ने दिये 12
रांची: राज्य में मैट्रिक व इंटर की उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में एक के बाद एक गड़बड़ी के मामले सामने आ रहा हैं. मूल्यांकन के दौरान परीक्षकों की लापरवाही का खामियाजा विद्यार्थियों को उठना पड़ रहा है. आलम यह है कि कुछ परीक्षकों ने जहां विषय के कुल अंक से अधिक प्राप्तांक दे दिया. वहीं कुछ […]
रांची: राज्य में मैट्रिक व इंटर की उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में एक के बाद एक गड़बड़ी के मामले सामने आ रहा हैं. मूल्यांकन के दौरान परीक्षकों की लापरवाही का खामियाजा विद्यार्थियों को उठना पड़ रहा है. आलम यह है कि कुछ परीक्षकों ने जहां विषय के कुल अंक से अधिक प्राप्तांक दे दिया. वहीं कुछ ने कुल प्राप्त अंक से 50 अंक तक कम कर दिया.
परीक्षक द्वारा केवल एक अंक वाले प्रश्नों की जांच की गयी थी, जिसमें 15 से परीक्षार्थी को 12 अंक मिले थे. शेष प्रश्नों की जांच ही नहीं की गयी थी. स्क्रूटनी के दौरान देखा गया कि पूरी उत्तरपुस्तिका की जांच किये बिना ही मूल्यांकन कार्य पूरा कर दिया गया है. इसके बाद वैसे प्रश्न के उत्तर की फिर से जांच की गयी. परीक्षार्थी को स्क्रूटनी के बाद 70 में से 62 अंक मिले. स्क्रूटनी के बाद परीक्षार्थी को रसायन की लिखित परीक्षा में इस वर्ष के स्टेट टॉपर से भी अधिक अंक मिले. स्टेट टॉपर को रसायन के लिखित परीक्षा में 59 अंक मिला है.
कुल अंक 30, परीक्षक ने दे दिये 35 अंक
इंटर की कंप्यूटर प्रायोगिक परीक्षा में परीक्षक ने परीक्षार्थी को विषय के कुल अंक से अधिक प्राप्तांक दे दिया. कंप्यूटर की प्रायोगिक परीक्षा 30 अंक की होती है, जबकि परीक्षक ने 35 अंक दे दिया. सैयद आरजू अख्तर नाम का छात्र वर्ष 2016 की इंटर परीक्षा में शामिल हुआ था. कंप्यूटर साइंस की परीक्षा में उसे अनुपस्थित दिखा दिया गया. परीक्षार्थी ने दुमका क्षेत्रीय कार्यालय में परीक्षाफल में सुधार के लिए आवेदन जमा किया. जांच में पाया गया कि परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुआ था.
एक दर्जन शिक्षक किये गये ब्लैक लिस्टेड
नाम स्कूल/कॉलेज कार्रवाई
रामचंद्र भंडारी संत जोसेफ उवि गुहियाजोरी दुमका परीक्षा कार्य से आजीवन बाहर
उधमवीर सिंह प्लस टू उवि गोइलकेरा प़ सिंहभूम मूल्यांकन कार्य से तीन वर्ष तक बाहर
रीता कुमारी रामटहल चौधरी इंटर कॉलेज ओरमांझी मूल्यांकन कार्य से तीन वर्ष तक बाहर
नीलम कुमारी एसएस प्लस टू हाइस्कूल ओरमांझी मूल्यांकन कार्य से तीन वर्ष तक बाहर
मृत्युंजय तिवारी प्लस टू उच्च विद्यालय कर्रा मूल्यांकन कार्य से तीन वर्ष तक बाहर
प्रो. प्रणवा शंकर बीएलएलएल बोहरा इंटर कॉलेज राजमहल मूल्यांकन कार्य से तीन वर्ष तक बाहर
प्रो रमेश कुमार एसएसजे कॉलेज बोरियो मूल्यांकन कार्य से तीन वर्ष तक बाहर
मो. मिसाबाहुद्दीन बीएलएलएल बोहरा इंटर कॉलेज राजमहल मूल्यांकन कार्य से तीन वर्ष तक बाहर
डॉ प्रकाश कुमार झा बीएस सिटी महाविद्यालय बोकारो मूल्यांकन कार्य से आजीवन बाहर
प्रदीप कुमार जयसवाल आइजीएसआइ कॉलेज मांडू तीन वर्ष के लिए ब्लैक लिस्टेड
सुधीर कुमार दास चितरपुर इंटर कॉलेज चितरपुर तीन वर्ष के लिए ब्लैक लिस्टेड
निशांत कुमार निश्चय बीबी पार्वती इंटर कॉलेज जरमुंडी आजीवन मूल्यांकन कार्य से बाहर
विकास कुमार एनआइआइटी दुमका आजीवन मूल्यांकन कार्य से बाहर
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