प्रशिक्षण केंद्र का उदघाटन हाइकोर्ट के जस्टिस डीएन पटेल व राजेश सिंह ने संयुक्त रूप से किया. इस दौरान जस्टिस डीएन पेटल ने कहा कि रिमांड होम के बच्चों के पुनर्वास के लिए काैशल विकास सबसे अच्छा उपाय है़ पहले चरण में यहां 14 बच्चों को पहले स्क्रिन प्रिंटिंग तथा इसके बाद अॉफसेट प्रिंटिंग का प्रशिक्षण मिलेगा. स्क्रिन प्रिंटिंग के प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था रिमांड होम के अंदर ही होगी. इस मौके पर रिमांड होम के बच्चे इतने उत्साहित थे कि करीब 40 बच्चे कहने लगे कि वे भी प्रशिक्षण लेंगे. इन्हें बाद में प्रशिक्षण मिलेगा. वहीं, डुमरदगा के पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के आधार पर राज्य के सभी 14 रिमांड होम में ऐसा प्रशिक्षण शुरू होगा. बाद में प्लंबिंग व इलेक्ट्रिशियन जैसे दूसरे ट्रेड में भी ट्रेनिंग मिलेगी. सरकार के साथ इन बच्चों का पार्टनरशीप होगा़ प्रिंटिंग से जो लाभ होगा, वह बच्चों के बीच बंटेगा़ इन 14 बच्चों में चार बच्चों की जमानत हो गयी है़ डीएसडब्ल्यूओ संजीव कुमार लाल ने बताया कि यदि वे चारों बच्चे प्रशिक्षण लेना चाहें, तो उन्हें इसकी अनुमति दी जायेगी़
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जस्टिस डीएन पटेल ने कहा, बच्चों के पुनर्वास के लिए कौशल विकास बेहतर उपाय
रांची: बूटी मोड़ से आगे डुमरदगा स्थित रिमांड होम में देश का पहला कौशल विकास केंद्र शनिवार से शुरू हुआ. समाज कल्याण विभाग से संबद्ध झारखंड बाल संरक्षा संस्थान के निदेशक राजेश सिंह की पहल पर इसकी शुरुअात हुई है. प्रशिक्षण केंद्र का उदघाटन हाइकोर्ट के जस्टिस डीएन पटेल व राजेश सिंह ने संयुक्त रूप […]
रांची: बूटी मोड़ से आगे डुमरदगा स्थित रिमांड होम में देश का पहला कौशल विकास केंद्र शनिवार से शुरू हुआ. समाज कल्याण विभाग से संबद्ध झारखंड बाल संरक्षा संस्थान के निदेशक राजेश सिंह की पहल पर इसकी शुरुअात हुई है.
दरअसल इस पूरी कवायद का मकसद रिमांड होम के बाल कैदियों को होम से निकलने के बाद समाज की मुख्यधारा में लाने में सहयोग करना है. जस्टिस पटेल ने इस पूरे प्रयास की सराहना की तथा कहा कि वह न सिर्फ इसकी मॉनिटरिंग करेंगे, बल्कि हाइकोर्ट की किसी मदद की जरूरत हुई, तो वह भी मुहैया करायेंगे. उन्होंने इस प्रोजेक्ट को एक मॉडल बताते हुए इसकी सफलता की उम्मीद जतायी. वहीं, समाज कल्याण विभाग के संयुक्त सचिव व बाल संरक्षा के निदेशक राजेश सिंह ने बच्चों से कहा कि यदि आपने खुद से या किसी के कहने पर कोई गलती की होगी, तो उसे भूल कर नयी शुरुआत करें. मौके पर झालसा के सदस्य सचिव एके रॉय, झारखंड हाइकोर्ट लीगल ऑथोरिटी सचिव संतोष कुमार, झालसा के उप सचिव एस प्रियदर्शी, राजेश सिंह के सहयोगी दीपक, सीजेएम स्वयंभू, रजिस्टार लक्ष्मीकांत, न्यायायुक्त एमसी वर्मा, डालसा सचिव राजेश सिंह, पीएलवी विक्की सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे.
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