रांची : रांची विवि में नये प्रतिकुलपति के रूप में प्रो कामिनी कुमार ने 24 जनवरी को अपराह्न चार बजे योगदान कर लिया. प्रो कामिनी के स्वागत में विवि में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर कुलपति प्रो रमेश कुमार पांडेय ने प्रो कामिनी का स्वागत करते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मेरी ही छात्रा इसी विवि में प्रतिकुलपति बनी हैं.
मैंने इसे स्नातकोत्तर वनस्पतिशास्त्र में पढ़ाया भी है. कुलपति ने कहा कि प्रो कामिनी 2011 में झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा सीधी नियुक्ति से पहली महिला प्रोफेसर बनीं. उन्होंने कहा कि नैक टीम का मार्च में निरीक्षण होनेवाला है. नयी प्रतिकुलपति की जिम्मेवारी भी बढ़ जायेंगी. राज्यपाल ने प्रो कामिनी के रूप में पहली महिला प्रतिकुलपति को नियुक्त कर रांची विवि के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा है.
प्रतिकुलपति प्रो कामिनी कुमार ने कहा कि वे कर्म क्षेत्र में कभी भी पीछे नहीं हटेंगी. जहां तक दो लाख डिग्रियों का सवाल है, तो जहां तक होगा, हस्ताक्षर करूंगी. पहले के लोगों ने क्या किया, क्या कहा, इस पर वे ध्यान नहीं देती. विवि का कार्य है, तो उसे पूरा किया जायेगा. परीक्षा सिस्टम को दुरुस्त किया जायेगा. नैक टीम के निरीक्षण से पूर्व सभी विभागों व कॉलेजों का एक मैप तैयार करना होगा, ताकि कोई कमी न रह जाये. कहा कि किसी भी व्यक्ति के कार्यों की बुराई करने से अच्छा है उसे प्रोत्साहित किया जाये. अपने सहयोगियों की तारीफ करें, ताकि उनमें कार्य करने की क्षमता बढ़े. कुलपति प्रो पांडेय ने प्रो कामिनी को उनके कार्यलय कक्ष में बैठाया.
प्रो कामिनी ने भी कुलपति का पैर छू कर आशीर्वाद लिया अौर कामकाज आरंभ किया. कार्यक्रम में रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी, डॉ करमा उरांव, डीएसडब्ल्यू डॉ सतीश चंद्र गुप्ता, डॉ पीके वर्मा, डॉ जेबी पांडेय, डॉ शाहिद हसन, अब्दुल बारी, जेपी साहू, सुरेंद्र पांडेय आदि ने भी विचार रखे. मौके पर डॉ एके चौधरी, डॉ पीके सिंह, डॉ संजय मिश्र, डॉ ज्योति कुमार,डॉ यूसी मेहता, डॉ प्रीतम कुमार, डॉ पीके झा, डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, डॉ डॉ बीके सिन्हा, डॉ जीएस तिवारी, डॉ वंदना कुमारी आदि उपस्थित थे.