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विधानसभा. हिम्मत है, तो विश्वास प्रस्ताव लायें : विपक्ष

रांची : सीएनटी-एसपीटी के मुद्दे पर सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच गरम बहस हुई. विपक्ष ने ललकारा कि सरकार में हिम्मत है, तो सीएनटी-एसपीटी के मामले में विश्वास मत हासिल करे़ सदन की राय ली जाये़ मत विभाजन कराया जाये़ सारा कुछ साफ हो जायेगा़ सरकार इस मुद्दे पर विश्वास खो चुकी है़ वहीं सत्ता […]

रांची : सीएनटी-एसपीटी के मुद्दे पर सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच गरम बहस हुई. विपक्ष ने ललकारा कि सरकार में हिम्मत है, तो सीएनटी-एसपीटी के मामले में विश्वास मत हासिल करे़ सदन की राय ली जाये़ मत विभाजन कराया जाये़ सारा कुछ साफ हो जायेगा़ सरकार इस मुद्दे पर विश्वास खो चुकी है़ वहीं सत्ता पक्ष का कहना था कि प्रक्रिया के तहत कोई बात सदन में आये़ हम चर्चा के लिए तैयार है़ं विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा से भाग रहा है़.

विधानसभा प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन, प्रदीप यादव ने कहा कि सरकार मत विभाजन करा ले़ वहीं संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय, सत्ता पक्ष के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर, अनंत ओझा, विरंची नारायण और मनीष जायसवाल ने इसका विरोध किया़.

सदन के छठे दिन भी विधानसभा में विधायकों के एक भी सवाल नहीं आये़ प्रश्नकाल बाधित रहा और मुख्यमंत्री से भी सवालों के जवाब नहीं ले सके़ झामुमो विधायक सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के मुद्दे पर अड़े रहे़ सदन की कार्यवाही शुरू होते ही झामुमो ने सीएनटी-एसपीटी के मुद्दे पर हो-हल्ला शुरू किया़ पूर्व की तरह झामुमो विधायक वेल में घुस गये़ सीएनटी-एसपीटी संशोधन को वापस लेने की मांग करते रहे़ स्पीकर दिनेश उरांव झामुमो विधायकों से बार-बार आग्रह कर रहे थे कि अपनी सीट पर चले जाये़ं.

प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन से भी आग्रह किया कि अपने विधायकों को बुला ले़ं अपनी बात तो कर लेते हैं, दूसरी की बात भी सुने़ं स्पीकर दिनेश उरांव का कहना था कि आसन सबों के प्रति सम्भाव और सदभाव रखता है़ इतनी घटना हो गयी और आसन की ओर से कोई नकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आयी़ हम संवेदनशील है, सब कुछ गंभीरता से देख रहे है़ं स्पीकर का कहना था कि दबाव की राजनीति नहीं होनी चाहिए़ दल की राजनीति ना हो़ समय का इंतजार कीजिये, समय पर निर्णय होगा़ इधर, झामुमो की नारेबाजी के बीच सत्ता पक्ष के विधायक भी जोर-जाेर से अपनी बातें रख रहे थे़ सीएनटी-एसपीटी एक्ट को लेकर अखबारों में छपी खबर का हवाला दे रहे थे़ सत्ता पक्ष के विधायकों का कहना था कि संशोधन का प्रस्ताव हेमंत सोरेन सरकार के समय में शुरू हुआ था़ पक्ष-विपक्ष में तकरार चलता रहा़ प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन भी सत्ता पक्ष पर हमला कर रहे थे़ सदन व्यवस्थित नहीं हो रहा था. स्पीकर श्री उरांव ने 20 मिनट में ही सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी़ सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तो बजट पर मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री रघुवर दास ने बजट सदन में पेश किया़ झामुमो विधायकों ने बजट भाषण का बहिष्कार किया़ बजट भाषण के दौरान कांग्रेस और झाविमो के विधायक सदन में ही रहे़

विपक्ष ने कहा

चर्चा के लिए तैयार, मत विभाजन करा लें : हेमंत

प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने सदन में कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार है़ं संसदीय कार्यमंत्री चर्चा और मत विभाजन की बात कर रहे थे़ सीएनटी-एसपीटी पर चर्चा हो जाये़ लेकिन सरकार मत विभाजन कराये़ श्री सोरेन ने कहा कि सरकार का विरोध करने पर बाहर 353 लगाया जा रहा है और सदन के अंदर निलंबित किया जा रहा है़ हम सीएनटी-एसपीटी का विरोध करते रहेंगे़ सदन के बाहर और अंदर कहीं भी इंसाफ नहीं मिल रहा है़

संशोधन मामले में सरकार अल्पमत में : प्रदीप

झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी के मुद्दे पर सरकार अल्पमत में है़ सरकार में हिम्मत है, तो विश्वासमत हासिल करे़ सरकार में शामिल लोग भी इसका विरोध कर रहे है़ं मत विभाजन कराया जा सकता है़ कहीं कोई परेशानी नहीं है़ सरकार विश्वास हासिल करे, पता चल जायेगा कौन किसके पक्ष में है़ बजट सत्र में भी विश्वास मत हासिल किया जा सकता है़

सत्ता पक्ष ने कहा

चर्चा के दौरान हर दिन मौका मिलेगा : सरयू

संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने कहा कि बजट सत्र में हर दिन अनुदान मांग पर चर्चा होनी है़ विपक्ष को हर दिन इसमें मत विभाजन का मौका मिलेगा़ विपक्ष चर्चा में भाग ले़

नहीं ला सकते अविश्वास प्रस्ताव : किशोर

सत्ता पक्ष के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी का मामला अब विधानसभा में नहीं है़ विधानसभा से पारित हो चुका है़ आज के एजेंडा में यह नहीं है़ इस पर चर्चा नहीं हो सकती है़ विपक्ष प्रक्रिया के तहत आये़ बजट सत्र में विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव नहीं ला सकता है़ कार्यस्थगन में चर्चा हो सकती है़ इसमें मत विभाजन नहीं होता है़

विपक्ष चर्चा से भागता रहा है : अनंत

सत्ता पक्ष के अनंत ओझा का कहना था कि विपक्ष चर्चा से भागता रहा़ सीएनटी-एसपीटी पर चर्चा के लिए सरकार तैयार थी, तब चर्चा नहीं की. आज सीएनटी-

एसपीटी पर राजनीति कर रहे है़ं सदन को बाधित किया जा रहा है़ भाजपा विधायक जीतू चरण राम का कहना था कि तार्किक ढंग से बात होनी चाहिए़

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