रांची : राजधानी रांची स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) मैदान पर आयोजित दो दिवसीय रोजगार मेला का आज मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उद्घाटन किया. उद्धाटन अवसर पर उन्होंने कई बड़ी घोषणाएं की. उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य को अलग हुए 16 साल हो गये, लेकिन पिछले 14 सालों से साजिश के तहत लोगों को रोजगार नहीं दिये गये. लेकिन अब राज्य सरकार युवाओं को नौकरी देने की ओर ध्यान दे रही है. जुलाई तक राज्य सरकार 45 हजार नौकरी देगी.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस मौके पर विपक्ष को भी आड़े हाथ लिया और अपने ऊपर लगने वाले आरोप की वो बाहरी मुख्यमंत्री हैं, इसपर विपक्ष के नेताओं को करारा जवाब देते हुए कहा कि वो जमशेदपुर के रहने वाले हैं और वहीं उनका बचपन भी बिता. बाहरी-भितरी करने वाले राज्य के साथ छलावा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ और काफी अभाव में वो पले-बढ़े हैं. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस मौके पर कहा कि राज्य के युवाओं को रोजगार देना सरकार की पहली प्राथमिकता है. गौरतलब हो कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भारत में झारखंड ही एक ऐसा राज्य है, जहां के मुख्यमंत्री बाहरी हैं. वो झारखंडियों का दर्द क्या समझेंगे.
* दो दिनों तक चलेगा रोजगार मेला
श्रम नियोजन और प्रशिक्षण विभाग की ओर से आयोजित रोजगार मेला आईटीआई मैदान पर दो दिनों तक चलेगा.
जिसमें कुल 70 कंपनियों ने हिस्सा लिया है. इस रोजगार मेला में कुल 7 हजार से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोगजार दिया जाएगा.
मेले में पांचवीं कक्षा उत्तीर्ण से लेकर उच्च शिक्षा डिग्री धारकों का चयन किया जायेगा. अधिकतर कंपनियों की तरफ से हेल्पर, टेक्निशियन, चिकित्सक, उप प्राचार्य, प्रधानाध्यापिका, शिक्षक व सुपरवाइजरों का चयन किया जायेगा. मेले में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के 3016, कॉल सेंटर से संबंधित 100, कॉल सेंटर से संबंधित 100, सुरक्षा कर्मियों से संबद्ध 2248, शिक्षा के क्षेत्र में 266, सेवा सेक्टर में 31, आतिथ्य सत्कार में 72 व चिकित्सा के क्षेत्र में 177 डॉक्टरों का चयन किया जाना है. सभी राज्य के बाहर के नियोजक हैं. योग्यता के आधार पर सफल अभ्यर्थियों का चुनाव किया जायेगा.
मेले में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की 25 कंपनियां, कॉल सेंटर की चार कंपनियां, शिक्षा के क्षेत्र की नौ कंपनियां, मेडिसिन की चार कंपनियां, कंस्ट्रक्शन की तीन, बीमा से संबंधित तीन, रिटेल और कृषि की दो-दो, सेवा क्षेत्र की चार और आतिथ्य सत्कार की चार कंपनियां मेले में शामिल हुई हैं. राज्य और राज्य के बाहर के नियोजकों के लिए अलग-अलग स्टॉल बनाये गये हैं.