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आस्था: मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़, पूरे दिन चला भजनों का कार्यक्रम साईं मंदिर में मना मकर संक्रांति उत्सव

रांची: मकर संक्रांति के मौके पर शहर के साईं मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी. मंदिरों में मकर संक्रांति उत्सव मनाया गया. सुबह पांच बजे बाबा की काकड़ आरती के बाद से बाबा की पूजा-अर्चना होती रही. पुंदाग साईं मंदिर में भक्तों की भीड़ रही. यहां भी मकर संक्रांति उत्सव मना. कार्यक्रम रंजन पांडेय की […]

रांची: मकर संक्रांति के मौके पर शहर के साईं मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी. मंदिरों में मकर संक्रांति उत्सव मनाया गया. सुबह पांच बजे बाबा की काकड़ आरती के बाद से बाबा की पूजा-अर्चना होती रही. पुंदाग साईं मंदिर में भक्तों की भीड़ रही. यहां भी मकर संक्रांति उत्सव मना. कार्यक्रम रंजन पांडेय की देखरेख में हुआ. यहां चुमकी रॉय व साथी द्वारा भजन पेश किया गया. मौके पर बाबा की पालकी यात्रा भी निकाली गयी.
वहीं पुंदाग साईं धाम में भी सुबह से भक्तों की भीड़ लगी रही. साईं भक्तों ने पालकी शोभायात्रा निकाली, जो साईं धाम से जगन्नाथ मंदिर तक गयी. फिर वापस साईं धाम आयी. यहां श्री हटिया साईं भक्तों की अोर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. द्वारिका माई, गुरुस्थानम, चावड़ी को आकर्षक तरीके से सजाया गया. पूरे दिन भंडारा चलता रहा. वहीं देर शाम तक भजन का कार्यक्रम हुआ. रातू रोड साईं मंदिर में भी भक्तों की भीड़ लगी रही. यहां भोग का वितरण हुआ. वहीं बरियातू, बड़गाईं, महावीर चौक, रातू के साईं मंदिरों में भी बाबा की विशेष पूजा-अर्चना हुई.
वेंकटेश्वर मंदिर में उमड़े श्रद्धालु
रांची. श्री राणी सती दादी मंदिर लेन रातू रोड स्थित श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर में शनिवार को मकर संक्रांति के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की. भक्तों ने भगवान वेंकटेश्वर से सुख, शांति व समृद्धि की कामना की. अर्चक सत्यनारायण गाैतम, जगन्नाथ स्वामी व गोपेश आचार्य ने पूरे विधि-विधानपूर्वक पूजा संपन्न करायी. मंदिर में भगवान का दर्शन करने के लिए सुबह से ही भीड़ लगी हुई थी. श्रद्धालुअों के आने का सिलसिला दिन भर जारी रहा.
मकर संक्रांति का है अाध्यात्मिक महत्व
रांची. मकर संक्रांति पर हरमू रोड स्थित प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर निर्मला बहन ने कहा कि मकर संक्रांति संस्कार की संक्रांति है. संस्कार संक्रांति में अज्ञान रुपी अंधकार समाप्त हो जाता है. इस दिन से मानव जीवन में परिवर्तन आता है. उन्होंने कहा कि पंजाब में इस त्योहार को लोहड़ी व दक्षिण में पोंगल के रूप में मनाया जाता है. सुशीला सरावरी ने कहा कि मकर संक्रांति में नये अन्न का उपयोग किया जाता है. तिल गुड़ का धार्मिक महत्व ताे है ही यह हमारे स्वास्थ्य को भी ठीक रहता है.

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