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विवि में नहीं शुरू हुई शिक्षक नियुक्त प्रक्रिया
रांची: राज्य के कॉलेजों में शिक्षकों के आधे पद रिक्त है. आरक्षण रोस्टर क्लियर होने के बाद भी सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने अगस्त में आरक्षण रोस्टर क्लियर कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का प्रस्ताव सभी विश्वविद्यालय को भेज दिया था. विश्वविद्यालय को नियुक्ति […]
रांची: राज्य के कॉलेजों में शिक्षकों के आधे पद रिक्त है. आरक्षण रोस्टर क्लियर होने के बाद भी सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने अगस्त में आरक्षण रोस्टर क्लियर कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का प्रस्ताव सभी विश्वविद्यालय को भेज दिया था. विश्वविद्यालय को नियुक्ति की अधियाचना झारखंड लोक सेवा आयोग को भेजने को कहा गया गया था. आरक्षण रोस्टर क्लियर होने के छह माह बाद भी विवि में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है.
राज्य गठन के बाद मात्र एक बार कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. वर्ष 2008 में कॉलेजों में लगभग 750 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. कॉलेजों में शिक्षकों के आधे से अधिक पद रिक्त हैं. शिक्षकों की कमी के कारण विवि में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. सहायक प्राध्यापक के साथ-साथ सह प्राध्यापक, प्राध्यापक व कॉलेज में प्राचार्यों के पद भी रिक्त हैं. राज्य के सभी विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के कुल 2149 पद सृजित हैं. राज्य भर में कॉलेजों में 1284 सहायक प्राध्यापक कार्यरत हैं. सहायक प्राध्यापक के 865 पद रिक्त है. सह प्राध्यापक व प्राध्यापक के भी 90 फीसदी से अधिक पद रिक्त हैं. कॉलेजों में प्राचार्य भी नहीं हैं. सरकार द्वारा विवि में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने की बात गत तीन-चार साल से कही जा रही है. नियुक्ति शुरू करने को लेकर एक अड़चन दूर करने के बाद दूसरी खड़ी हो जाती है. विवि में शिक्षकों की नियुक्ति झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा की जानी है. विवि में झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति में हो रहे विलंब को देखते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य में विवि सेवा आयोग के गठन का आदेश विभाग को दिया था. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने इसकी प्रक्रिया भी शुरू की थी, पर आयोग का गठन नहीं हो सका.
जेट के लिए विभाग ने जून में भेजा था पत्र
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने गत वर्ष जून में झारखंड पात्रता परीक्षा लेने के लिए पत्र झारखंड लोक सेवा आयोग को भेजा था. विभाग द्वारा पत्र भेजे जाने के सात माह बाद भी जेट की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी. राज्य गठन के बाद से अब तक मात्र एक बाद झारखंड पात्रता परीक्षा हुई है. झारखंड में वर्ष 2007 में झारखंड पात्रता परीक्षा हुई थी. परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत सामने आने के बाद इसकी जांच सीबीआइ ने की थी. इसके बाद से राज्य में पात्रता परीक्षा नहीं हुई है, जबकि प्रावधान के अनुरूप प्रति वर्ष पात्रता परीक्षा होनी चाहिए.
सहायक प्राध्यापक के 865 पद रिक्त
राज्य भर में विवि में सहायक प्राध्यापक के 865 पद रिक्त हैं. इनमें सबसे अधिक 274 पद कोल्हान विवि में रिक्त हैं. विनोबा भावे विवि में 208 व सिदो-कान्हो विवि में 188, रांची विवि में 134, नीलांबर-पीतांबर विवि में 63 पद रिक्त हैं. सह प्राध्यापक के रांची विवि में 84, विनोबा भावे विवि में छह, सिदो-कान्हो विवि में 34 व नीलांबर-पीतांबर विवि में 42 पद रिक्त हैं.
विवि में सहायक प्राध्यापक के स्वीकृत पर रिक्त पद
विवि स्वीकृत कार्यरत रिक्त
रांची विवि 258 124, 134
विनोबा भावे विवि 770 564 206
सिदो-कान्हो विवि 476 288 188
नीलांबर-पीतांबर विवि 63 00 63
कोल्हान विवि 582 308 274
कुल 2149 1284 865
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