रांची: अंजुमन इसलामिया का चुनाव रद्द करने की साजिशों के खिलाफ अंजुमन इसलामिया व अवामी एक्शन कमेटी के बैनर तले राजभवन के समक्ष धरना दिया गया. धरना के पश्चात राज्यपाल के नाम चार सूत्री ज्ञापन सौंपा गया. राजभवन के समक्ष सभा को संबोधित करते हुए अध्यक्ष इबरार अहमद ने कहा कि चुनाव को लेकर लोगों में उत्साह है, पर कुछ लोग इसमें खलल डालने की कोशिश कर रहे है़ं.
राज्यपाल मामले में हस्तक्षेप करें व शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव सुनिश्चित कराये़ं महासचिव मुख्तार अहमद ने कहा कि अंजुमन इसलामिया के मामले में वक्फ बोर्ड का रवैया हमेशा पक्षपात पूर्ण रहा है. दुकानों का किराया बढ़ाने व अवैध कब्जों से जुड़े अंजुमन इसलामिया द्वारा भेजे गये पत्रों का संज्ञान नहीं लिया गया. आज बोर्ड चाहता है कि चुनाव ही न हो़ यह साजिश है़.
मोहम्मद इसराइल ने कहा कि होश संभालने के बाद पहली बार देखा कि अंजुमन की मौजूदा कमेटी ने ग्रामीण क्षेत्र वालों को भी पूछा गया़ प्रोफेसर अब्दुल गफ्फार ने कहा कि अंजुमन ने शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किये हैं, जिन्हें नकारा नहीं जा सकता़.
वक्फ बोर्ड की मरजी का नहीं, मौलाना आजाद का अंजुमन चाहिए : मौलाना ओबैदुल्लाह कासमी ने कहा कि वक्फ बोर्ड चाहती है कि उनकी मरजी का अंजुमन हो, पर हम सभी मौलाना आजाद का अंजुमन चाहते हैं. अंजुमन के इतिहास में पहली बार समय पर चुनाव होने जा रहा है जिसे हर हाल में पूरा किया जाना चाहिए़ लाडले खान ने कहा कि अंजुमन में किसी का हस्तक्षेप बरदाश्त नहीं किया जायेगा़ इरफान अंसारी ने कहा कि झूठ सच को निगलने की साजिश कर रहा है, जिसे कामयाब नहीं होने देंगे़ मोहम्मद नजीब ने कहा कि जिस मंच से गरीबों की सेवा हो रही है, उसपर कोई गंदी नजर न डाले़ मोहम्मद खलील ने कहा कि जनता अब जाग चुकी है़ चुनाव स्थगित कराने की जितनी भी कोशिशें की जाये, चुनाव अपने निश्चित समय में होगा़.
इस अवसर पर इरबा रांची के मोहम्मद एहसान अंसारी, नूरनामा कमेटी के महबूब हुसैन, डोरंडा के नदीम जफर, अंजुमन बचाअो तहरीक के जमील खान, मो इश्तियाक, मोहम्मद हदीस, मोहम्मद कामरान, मोहम्मद आदिल कुरैशी, हाजी नवाब, नदीम खान व अन्य ने भी विचार रखे़.
ज्ञापन में शामिल मांगे
ज्ञापन में कहा गया है कि घोषित तिथि 22 जनवरी को मतदान सुनिश्चित कराया जाये, अंजुमन इसलामिया के स्वतंत्र स्वरूप को प्रभावित करने की साजिशों पर अंकुश लगायी जाये़, इस पर जबरन कब्जे के हर प्रयास को विफल किया जाये और झारखंड वक्फ बोर्ड का पूर्णरूपेण गठन किया जाये, ताकि यह अपने अधीनस्थ संस्थाओं को उचित सहयोग व दिशा- निर्देश दे सके़