खुलासा. खलारी से माओवादियों को सहयोग करनेवाले दो गिरफ्तार
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माओवादी रवींद्र गंझू ने केडीएच कांटाघर में किया था विस्फोट
खुलासा. खलारी से माओवादियों को सहयोग करनेवाले दो गिरफ्तार रांची/खलारी : भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर रवींद्र गंझू ने अपने चार साथियों के साथ मिल कर केडीएच कांटाघर में विस्फोट को अंजाम दिया था. इस बड़ी घटना में माओवादियों को सहयोग करनेवाले बद्रीनाथ गंझू तथा जीतेंद्र कुमार राम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. […]
रांची/खलारी : भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर रवींद्र गंझू ने अपने चार साथियों के साथ मिल कर केडीएच कांटाघर में विस्फोट को अंजाम दिया था. इस बड़ी घटना में माओवादियों को सहयोग करनेवाले बद्रीनाथ गंझू तथा जीतेंद्र कुमार राम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सका.
उल्लेखनीय है कि दो जनवरी की रात खलारी के केडीएच कांटाघर में आइइडी बम विस्फोट किया गया था. शनिवार को प्रेस वार्ता में पुलिस उपाधीक्षक खलारी पुरुषोत्तम कुमार सिंह ने बताया कि माओवादी संगठन को लेवी नहीं पहुंचने से बौखलाये भाकपा माओवादी ने इस घटना को अंजाम दिया. डीएसपी ने बताया कि विशेष शाखा के सहयोग से ही माओवादियों के सहयोगियों तक पहुंचा जा सका. एसएसपी रांची से सूचना मिलने के बाद खलारी डीएसपी,
सीमा सुरक्षा बल के सहायक कमांडेंट विकास कुमार, इंस्पेक्टर राजदेव प्रसाद, अनि जगन्नाथ पांडेय व सशस्त्र बल की टीम गठित की गयी. टीम ने केडीएच, रोहिणी तथा डकरा में सघन छापेमारी की. रोहिणी से केडीएच ट्रांसपोर्टिंग रोड में दामोदर नदी के पास से दो युवकों को मोटरसाइकिल (जेएच01एके/8426) के साथ पकड़ा गया.
इनमें बद्रीनाथ गंझू तथा जीतेंद्र राम शामिल था. दोनों खलारी के ही खिलानधौड़ा के रहनेवाले हैं. तालाशी में बद्रीनाथ के पास से एक बैग एवं घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल मिले. बैग से भाकपा माओवादी के नाम से लिखा परचा व सात स्केच पेन बरामद हुए. पूछताछ के दौरान बद्रीनाथ गंझू ने बताया कि जोनल कमांडर रवींद्र गंझू ने मुनेश्वर गंझू तथा अन्य दो साथियों के साथ कांटाघर में पहले कारबाइन से फायरिंग की, फिर आइइडी बम लगाकर विस्फोट किया. बद्रीनाथ उर्फ बादल ने बताया कि एक-दो दिन के अंदर दूसरे कांटाघर को आइइडी से उड़ाया जाता और वहां परचा फेंका जाता.
पुलिस के लिए बड़ी सफलता : खलारी से माओवादियों को मदद पहुंचानेवाले की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है. इन्हें नहीं पकड़ा जाता, तो खलारी क्षेत्र में माओवादी कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देते. इनलोगों के द्वारा ही क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी, कोयला कारोबारियों के संपर्क नंबर आदि उपलब्ध कराये जा रहे थे. बद्रीनाथ गंझू क्षेत्र से लेवी एकत्र कर भी माओवादियों को पहुंचाने लगा था. उसकी योजना थी कि पूरे क्षेत्र की लेवी उसके माध्यम से वसूली जाये. पुलिस ने भी इस घटना को काफी गंभीरता से लिया. विस्फोट के दूसरे दिन ही एडीजी आरके मल्लिक, एसएसपी कुलदीप द्विवेदी हेलीकॉप्टर से खलारी आये थे.
एक-दो दिन के अंदर दूसरे कांटाघर को उड़ाया जाता
संगठन को लेवी नहीं पहुंचने से बौखलाये थे भाकपा माओवादी
एसएसपी ने दी थी सूचना इसके बाद टीम गठित कर की गयी छापेमारी
गिरफ्तार दोनों सहयोगी खलारी के ही हैं रहनेवाले
घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, परचा व स्कैच पेन बरामद.
नक्सलियों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा. पूछताछ में गिरफ्तार लोगों से कई जानकारियां मिली हैं, जिसका सत्यापन कर पुलिस कार्रवाई कर रही है.
कुलदीप द्विवेदी, एसएसपी
रवींद्र गंझू का रिश्तेदार है बद्रीनाथ
बद्रीनाथ जोनल कमांडर रवींद्र गंझू का भांजा है. बद्रीनाथ के पिता सीसीएल कर्मी हैं. वह अपने पिता का इकलौता पुत्र है. बद्रीनाथ गंझू ने बताया कि घटना से पहले भी वह कई बार रवींद्र गंझू से संपर्क किया है. मार्च 2016 में वह पहली बार रवींद्र से संपर्क किया. इसके बाद लगातार उसके संपर्क में रहा.
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