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झूठ बोल कर वाहवाही नहीं लूटें पदाधिकारी : शिक्षा मंत्री
रांची: स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा है कि पदाधिकारी गलत रिपोर्ट देकर या झूठ बोल कर वाहवाही न लूटें. जो भी काम करें, उसका रिजल्ट में दिखे. कामों का रिकार्ड भी रखे, जिससे आवश्यकता अनुरूप उस पर आगे भी काम किया जा सकते. हम केवल अपने अधिकार की […]
रांची: स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा है कि पदाधिकारी गलत रिपोर्ट देकर या झूठ बोल कर वाहवाही न लूटें. जो भी काम करें, उसका रिजल्ट में दिखे. कामों का रिकार्ड भी रखे, जिससे आवश्यकता अनुरूप उस पर आगे भी काम किया जा सकते. हम केवल अपने अधिकार की नहीं, बल्कि कर्तव्य की भी बात करें. शिक्षा मंत्री ने शुक्रवार को झारखंड एकेडमिक काउंसिल सभागार में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के उदघाटन समारोह में बोल रहीं थीं. न्यूपा व आरएमएसए के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित उक्त कार्यशाला का विषय ‘शैक्षणिक योजना व प्रशासन’ रखा गया है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पदाधिकारी अपने जिला में इस बात को सुनिश्चित कराये कि शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करें. शिक्षक समय पर विद्यालय जाये. उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान यह पाया गया है कि अगर विद्यालय में आठ शिक्षक हैं, तो इसमें से छह शिक्षक उपस्थिति बनाकर विद्यालय से गायब रहते हैं. विद्यालयों को संसाधन युक्त कर दिया गया है. प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है. उच्च विद्यालय में भी जल्द शिक्षकों की नियुक्ति कर दी जायेगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति हुई. जिला शिक्षा अधीक्षक ने नियुक्ति में काफी सावधानी बरती, इसके बाद भी कुछ जिलों में पारा शिक्षक को गैर पारा में व गैर पारा को पारा शिक्षक की कोटि में नियुक्त कर दिया गया. इससे पूरी प्रक्रिया को लेकर प्रश्न चिह्न खड़ा होने लगा. पदाधिकारियों को विभागीय निर्देश को लेकर जहां भी परेशानी हो वे दिशा-निर्देश प्राप्त कर ले. न्यूपा के कुलपति प्रो जेवीजी तिलक ने कहा कि गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए योग्य शिक्षकों का होना अनिवार्य है. मौके पर झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह, नूप्या के प्रो सुरेश कुमार, डॉ अविनाश कुमार, माध्यमिक उप शिक्षा निदेशक शिशि कुमार मिश्रा, अरविंद कुमार झा, जैक के सचिव रजनीकांत वर्मा समेत राज्य भर के आरडीडीइ, डीइओ, डीएसइ व बीइइओ उपस्थित थे.
सकारात्मक सोच के साथ करें काम : आराधना
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने कहा कि गत दो वर्ष में विभाग में कई नयी योजनाएं शुरू हुई है. जिलों में पदाधिकारी बेहतर काम भी कर रहे हैं, पर एक-दो पदाधिकारियों की छोटी-मोटी गलती के कारण परेशानी हो रही है. जब तक डीइओ- डीएसइ अपना सौ फीसदी नहीं देंगे, विभाग रिजल्ट बेहतर नहीं हो सकता. उन्होंने पदाधिकारियों से सकारात्मक सोच के साथ काम करने को कहा. माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनीष रंजन ने कहा कि बदलते समय के साथ हमें भी बदलना होगा. नकारात्मक सोच के साथ हम आगे नहीं बढ़ सकते. हमें अपनी सोच सकारात्मक रखना चाहिए.
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