10 से आंदोलन शुरू, मांगें पूरी नहीं होने पर राजस्व कर्मचारी व अंचल निरीक्षक जायेंगे हड़ताल पर
मंत्री आवास का भी होगा घेराव, राज्य भर के कर्मी शामिल हुए बैठक में
रांची : राज्य भर के राजस्व कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की घोषणा की है. उनका आंदोलन 10 जनवरी से शुरू हो जायेगा. एक माह तक अलग-अलग आंदोलनात्मक कार्यक्रम चलेंगे. फिर 10 फरवरी से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. हड़ताल पर सभी राजस्व कर्मचारी व अंचल निरीक्षक रहेंगे. यह निर्णय गुरुवार को रांची समाहरणालय के समीप झारखंड राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ की हुई बैठक में लिया गया.
इस मौके पर महामंत्री भरत कुमार सिन्हा ने कहा कि संघ की 10 सूत्री मांगें सरकार के पास लंबित हैं. इस पर सरकार कोई फैसला नहीं ले रही है. बैठक की अध्यक्षता संतोष शुक्ला ने की. मौके पर संयुक्त मंत्री शशि भूषण सिंह, विक्रम महली, हिम्मत लाल महतो, सत्यम भारद्वाज, जयंत विजय टोप्पो, दुखन राम, कमलकांत वर्मा, बासुकी नाथ टुडू, सुबोध प्रसाद, दीपक प्रजापति, आलोक शर्मा, नील रत्न दास, विश्वनाथ प्रसाद आदि मौजूद थे.
संघ की मांगें
राजस्व सेवा संवर्ग का गठन अविलंब हो
अंचल निरीक्षक के 50 फीसदी पदों पर राजस्व कर्मचारियों को प्रोन्नति दी जाये
अंचल निरीक्षक के पद को उत्क्रमित किया जाये
राजस्व कर्मचारियों का ग्रेड पे-2800 व पदनाम उप निरीक्षक किया जाये
राजस्व कर्मचारियों को कंप्यूटर व नेट से संबंधित ट्रेनिंग व सुविधा दी जाये
राजस्व कर्मचारियों की शैक्षणिक योग्यता उत्क्रमित कर स्नातक की जाये
राजस्व सेवा प्रोटेक्शन एक्ट बनाया जाये
कर्मचारियों को बायोमेट्रिक अटेंडेंस से मुक्त किया जाये
हल्का इकाई का पुनर्गठन कर पंचायत स्तर पर हल्का बनाया जाये
मुफस्सिल कर्मचारियों के लिए भी पांच दिवसीय कार्य दिवस हो
आंदोलन की रूपरेखा
10 जनवरी को प्रत्येक जिला मुख्यालय में शाम को मशाल जुलूस
12 जनवरी को प्रत्येक जिला मुख्यालय में डीसी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन
17 जनवरी को सभी कर्मचारी व सीआइ काला बिल्ला लगा कर कलमबंद हड़ताल करेंगे
24 जनवरी को राजस्व, निबंधन व भूमि सुधार मंत्री का घेराव किया जायेगा
10 फरवरी से सभी राजस्व कर्मचारी व सीआइ हड़ताल पर चले जायेंगे