घटना के बाद युवती के शरीर से मेल डीएन मिला था. इसके बाद संदिग्ध युवक की संलिप्तता पर पुलिस ने साक्ष्य एकत्रित करने की दिशा में कार्रवाई शुरू की थी. ताकि संदिग्ध युवक के डीएनए प्रोफाइल की जांच करा कर घटना में उसकी संलिप्तता को प्रमाणित किया जा सके. संलिप्तता के संबंध में ठोस साक्ष्य नहीं मिलने के कारण युवक का डीएनए प्रोफाइल जांच कराने के लिए न्यायालय में आवेदन नहीं दिया गया. पुलिस अधिकारी के अनुसार जांच के दौरान जो नये तथ्य सामने आये हैं, उसके आधार पर अब दो युवकों की संलिप्तता पर जांच में जुटी एजेंसियों को सबसे अधिक आशंका है. एक अन्य संदिग्ध की सूची तैयार की जा रही है, ताकि सही आरोपी की पहचान कर उसकी संलिप्तता के संबंध में साक्ष्य एकत्रित कर उस पर आरोप प्रमाणित किया जा सके.
Advertisement
बीटेक छात्रा हत्याकांड. तीन पुराने संदिग्ध के खिलाफ नहीं मिले ठोस साक्ष्य, दो नये संदिग्ध की सूची तैयार पुलिस एकत्र कर रही है साक्ष्य
बीटेक छात्रा हत्याकांड की गुत्थी पुलिस सुलझाने में लगी है. पुलिस प्रशासन यह दावा कर रहा है कि जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जायेगा. पुलिस को अब दो नये संदिग्ध के बार में घटना में संलिप्तता की जानकारी मिली है. मुख्यमंत्री ने छात्रा के परिजनों को भरोसा दिलाया कि जरूरत पड़ने पर घटना […]
बीटेक छात्रा हत्याकांड की गुत्थी पुलिस सुलझाने में लगी है. पुलिस प्रशासन यह दावा कर रहा है कि जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जायेगा. पुलिस को अब दो नये संदिग्ध के बार में घटना में संलिप्तता की जानकारी मिली है. मुख्यमंत्री ने छात्रा के परिजनों को भरोसा दिलाया कि जरूरत पड़ने पर घटना की सीबीआइ जांच करायी जायेगी.
रांची:बूटी बस्ती में बीटेक की छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले में पुलिस खुलासे के करीब पहुंच चुकी है. हालांकि पुलिस को तीन पुराने संदिग्ध युवक की संलिप्तता के ठोस साक्ष्य नहीं मिले हैं. इसलिए पुलिस ने किसी पुराने संदिग्ध के डीएनए प्रोफाइल की जांच कराने के लिए गुरुवार तक न्यायालय में आवेदन नहीं दिया. पुलिस को अनुसंधान के दौरान दो नये संदिग्ध युवक की संलिप्तता के बारे में जानकारी मिली है. जिनकी सूची भी पुलिस ने तैयार कर ली है. पुलिस ने दोनों की संलिप्तता के बिंदु पर साक्ष्य एकत्रित करना शुरू कर दिया है. दोनों संदिग्ध में से किसी की संलिप्तता पर साक्ष्य मिलने पर पुलिस उनके डीएनए प्रोफाइल की जांच के लिए न्यायालय में आवेदन दे सकती है. एक सीनियर पुलिस अधिकारी के अनुसार आरंभिक जांच में तीन संदिग्ध युवकों में एक युवक की संलिप्तता पर सबसे अधिक संदेह था.
घटना के बाद युवती के शरीर से मेल डीएन मिला था. इसके बाद संदिग्ध युवक की संलिप्तता पर पुलिस ने साक्ष्य एकत्रित करने की दिशा में कार्रवाई शुरू की थी. ताकि संदिग्ध युवक के डीएनए प्रोफाइल की जांच करा कर घटना में उसकी संलिप्तता को प्रमाणित किया जा सके. संलिप्तता के संबंध में ठोस साक्ष्य नहीं मिलने के कारण युवक का डीएनए प्रोफाइल जांच कराने के लिए न्यायालय में आवेदन नहीं दिया गया. पुलिस अधिकारी के अनुसार जांच के दौरान जो नये तथ्य सामने आये हैं, उसके आधार पर अब दो युवकों की संलिप्तता पर जांच में जुटी एजेंसियों को सबसे अधिक आशंका है. एक अन्य संदिग्ध की सूची तैयार की जा रही है, ताकि सही आरोपी की पहचान कर उसकी संलिप्तता के संबंध में साक्ष्य एकत्रित कर उस पर आरोप प्रमाणित किया जा सके.
जांच कर लौटी दो टीम
मामले की जांच करने के लिए पुलिस की टीम हजारीबाग, धनबाद, कोलकाता गयी थी. धनबाद और हजारीबाग से जांच कर टीम वापस लौट चुकी है. टीम दोनों स्थानों पर अलग- अलग मोबाइल नंबर के आधार पर युवक का सत्यापन करने गयी थी. टीम ने जांच के दौरान क्या पाया, किसी की संलिप्तता की बात सामने आयी या नहीं, इसके संबंध में पुलिस अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इनकार किया है. कोलकाता गयी टीम अभी वहां पर ही है, पर उसे भी घटना में किसी की संलिप्तता का कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है.
सीएम से मिले छात्रा के परिजन, आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
बूटी बस्ती में बीटेक की छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले में छात्रा के परिजन गुरुवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिलने पहुंचे़ सीएम से मिलने छात्रा के पिता व उसकी मौसी सहित कई परिजन पहुंचे थे़ छात्रा के परिजन को मुख्यमंत्री श्री दास ने भरोसा दिलाया कि इस मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है़ दोषियों को छोड़ा नहीं जायेगा़ पुलिस मामले की छानबीन कर रही है़ मुख्यमंत्री ने परिजन से कहा कि इस मामले में जरूरत पड़ी, तो सीबीआइ जांच करायेंगे़ मौके पर डीजीपी डीके पांडेय भी मौजूद थे़ मुख्यमंत्री ने डीजीपी से भी हाल के दिनों में मामले में हुई प्रगति की पूरी जानकारी ली़ उल्लेखनीय है कि सरकार ने पीड़ित परिवार को तीन लाख रुपये का मुआवजा भी दिया है़ इधर, मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद छात्रा के पिता ने कहा कि सवाल उनकी बेटी का नहीं है, पूरे समाज का है़ अपराधियों को हर हाल में पकड़ा जाना चाहिए़ अपराधी पकड़ से बाहर रहेंगे, तो हर घर में बेटियों का मनोबल टूटेगा़ हमने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि किसी भी तरह अपराधियों की गिरफ्तारी हो़
घटना के 14 दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिली है पोस्टमार्टम और एफएसएल रिपोर्ट
घटना के बाद छात्रा के शव का पोस्टमार्टम कराया गया था. पोस्टमार्टम में क्या बातें सामने आयीं, इसकी जानकारी चिकित्सकों ने मौखिक रूप से पुलिस को दी है. लिखित पोस्टमार्टम रिपोर्ट गुरुवार तक पुलिस को नहीं मिली. वहीं, दूसरी ओर छात्रा का शरीर पेट्रोल से जलाया गया था या किसी अन्य ज्वलनशील पदार्थ से, इससे संबंधित कोई आधिकारिक रिपोर्ट एफएसएल ने पुलिस को नहीं सौंपी है. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार एफएसएल की ओर से मौखिक रूप से यही बताया गया कि छात्रा के शरीर को किसी अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ से नहीं जलाया गया है. छात्रा की हत्या के बाद शव को मोबिल से जलाये जाने की आशंका जाहिर की गयी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement