बैंक में घुसते ही अपराधियों ने धमकी दी कि जो जहां खड़ा है, वहीं रहे. कोई हरकत की, तो गोली मार देंगे. इसके बाद तीन अपराधियों ने ग्राहकों को कब्जे में ले लिया, जबकि एक अपराधी दीपक कुमार को उनके चेंबर में ले गया. उसने उन्हें धमकाते हुए सारा पैसा देने काे कहा. अपराधी ने दो हजार की एक गड्डी, सौ की तीन गड्डी अौर 20-10 की चार पांच गड्डी एक बैग में रख लीं. वहीं, एक हजार और पांच सौ के पुराने नोटों की गड्डियां वहीं गिरा दीं. इस दौरान हेड कैशियर ने अपराधी का विरोध किया, तो उसने रिवाल्वर के बट से उनके सिर पर वार कर दिया, जिससे वे जख्मी हो कर जमीन पर गिर गये. उन्होंने उठने की कोशिश की, तो अपराधी ने कहा : उठे तो गोली मार दूंगा. इसके बाद अपराधी स्ट्रांग रूम की ओर भी गये, लेकिन वहां नहीं घुसे. पूरी वारदात को पांच से सात मिनट के अंदर अंजाम देकर अपराधी कांके रोड के राम मंदिर की ओर भाग निकले. हेड कैशियर के अनुसार अपराधी बैंक से तीन लाख 21 हजार 540 रुपये लूट कर ले गये. लोगों को घटना की जानकारी तब मिली, जब अपराधियों के भागने के बाद बैंक का साइरन बजने लगा.
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बेलगाम अपराधी: पीएनबी से सवा तीन लाख की लूट
चार हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने गुरुवार दोपहर 3:10 बजे पंजाब नेशनल बैंक की कांके रोड स्थित शाखा से सवा तीन लाख रुपये लूट लिये. अपराधियों ने बैंक के हेड कैशियर दीपक कुमार के सिर पर रिवॉल्वर के बट से हमला किया, जिससे वे घायल हो गये. वारदात के बाद अपराधी कांके रोड के राम मंदिर […]
चार हथियारबंद नकाबपोश अपराधियों ने गुरुवार दोपहर 3:10 बजे पंजाब नेशनल बैंक की कांके रोड स्थित शाखा से सवा तीन लाख रुपये लूट लिये. अपराधियों ने बैंक के हेड कैशियर दीपक कुमार के सिर पर रिवॉल्वर के बट से हमला किया, जिससे वे घायल हो गये. वारदात के बाद अपराधी कांके रोड के राम मंदिर की ओर भाग निकले. देर रात इस मामले की प्राथमिकी गोंदा थाना में दर्ज कर ली गयी थी. वारदात की सूचना पर सिटी एसपी समेत कई वरीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे.
रांची: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की जिस शाखा में लूट की वारदात हुई है, वह मुख्यमंत्री आवास से महज एक किलोमीटर दूर रॉक गार्डेन के समीप स्थित है. खास बात यह है कि पीएनबी की इस शाखा में कोई सुरक्षा गार्ड भी तैनात नहीं है. बैंक के हेड कैशियर दीपक कुमार ने बताया कि जब चारों नकाबपोश अपराधी बैंक में पहुंचे, उस वक्त वहां कई ग्राहक भी मौजूद थे. चार में से तीन अपराधियों के पास पिस्तौल थी, जबकि एक के पास बड़ा चाकू था.
बैंक में घुसते ही अपराधियों ने धमकी दी कि जो जहां खड़ा है, वहीं रहे. कोई हरकत की, तो गोली मार देंगे. इसके बाद तीन अपराधियों ने ग्राहकों को कब्जे में ले लिया, जबकि एक अपराधी दीपक कुमार को उनके चेंबर में ले गया. उसने उन्हें धमकाते हुए सारा पैसा देने काे कहा. अपराधी ने दो हजार की एक गड्डी, सौ की तीन गड्डी अौर 20-10 की चार पांच गड्डी एक बैग में रख लीं. वहीं, एक हजार और पांच सौ के पुराने नोटों की गड्डियां वहीं गिरा दीं. इस दौरान हेड कैशियर ने अपराधी का विरोध किया, तो उसने रिवाल्वर के बट से उनके सिर पर वार कर दिया, जिससे वे जख्मी हो कर जमीन पर गिर गये. उन्होंने उठने की कोशिश की, तो अपराधी ने कहा : उठे तो गोली मार दूंगा. इसके बाद अपराधी स्ट्रांग रूम की ओर भी गये, लेकिन वहां नहीं घुसे. पूरी वारदात को पांच से सात मिनट के अंदर अंजाम देकर अपराधी कांके रोड के राम मंदिर की ओर भाग निकले. हेड कैशियर के अनुसार अपराधी बैंक से तीन लाख 21 हजार 540 रुपये लूट कर ले गये. लोगों को घटना की जानकारी तब मिली, जब अपराधियों के भागने के बाद बैंक का साइरन बजने लगा.
ग्राहकों को बैंक मैनेजर चैंबर में बंधक बनाया : बैंक मैनेजर नीलम पी हंस ने बताया कि चाकू लिये हुए एक अपराधी ने क्लर्क रिजवाना आजमी सहित अन्य ग्राहकाें को कब्जे में कर लिया और उन्हें मैनेजर के चैंबर की ओर धकेल दिया. साथ ही किसी को भी मोबाइल पर बात न करने की धमकी भी दी. घटना के वक्त हथिया गोंदा के युवक सोमरा व विजय मुंडा अपने पिता बुधुवा मुंडा का एफडी कराने पहुंचे थे. उनलोगों पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी.
घटना के बाद शहर भर में चला जांच अभियान : घटना के बाद एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के निर्देश पर शहर के िवभिन्न चौक-चौराहों पर पुलिस ने जांच अभियान चलाया. इस दौरान दोपहिया और चारपहिया समेत सभी प्रकार के वाहनों की जांच की गयी.
मौके पर पहुंचे पुलिस और बैंक अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही सिटी एसपी किशोर कौशल, सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव, मुख्यालय डीएसपी विजय सिंह, सीआइडी इंस्पेक्टर मो निहाल, सहित कई थाना के प्रभारी, पीसीआर सहित काफी संख्या में पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे. वहीं, पीएनबी के सर्किल ऑफिसर अश्विनी शर्मा, उमेश ठाकुर सहित कई अधिकारी भी बैंक में पहुंचे हुए थे. पूछताछ के बाद घायल हेड कैशियर दीपक कुमार का इलाज स्थानीय अस्पताल में कराया गया.
फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने की जांच
घटना की छानबीन के लिए सीआइटी की फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम बैंक में पहुंची. चूंकि घटना के बाद काफी लोगो बैंग में आये थे, इसलिए ठीक तरह से फिंगर प्रिंट नहीं मिल पाया. हालांकि, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को कुछ नमुने मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है.
सीसीटीवी में दिखे अपराधी
घटना के बाद सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव ने बैंक का सीसीटीवी फुटेज देखा. उसमें दोपहर 3:04 बजे बैंक के नीचे दो मोटरसाइकिलों से चार अपराधी को आते हुए दिखे हैं. अपराधियों ने बैंक के नीचे अपनी मोटरसाइकिल रोकी और उन्हें इस तरह घुमा कर खड़ा किया, जिससे उन्हें वारदात के बाद भागने में आसानी हो. चूंकि बैंक में काफी शोर-गुल हो रहा था, इसलिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षा के दृष्टिकोण से बंद करा दिया.
सुरक्षा गार्ड नहीं रहने के कारण अपराधी आसानी से बैंक में घुसे और घटना को अंजाम दिया़ सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची़
घटना के तुरंत बाद ही रांची की सीमा को सील कर दिया गया था. इतना तो तय हैै कि अपराधी रांची से बाहर नहीं निकले हैं. इसलिए पकड़े जाने की संभावना अधिक है. जल्द ही मामले का खुलासा होगा.
किशोर कौशल, सिटी एसपी
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