खूंटी: उग्रवाद व नक्सल गतिविधि में शामिल युवकों को सुधारने व क्षेत्र में अमन चैन कायम करने के लिए खूंटी के मारंगडीह गांव में गुरुवार को शांति सभा की बैठक हुई. इसमें मारंगडीह, भंडरा, गुटवा, गारीगामा, पोसेया, चांडीडीह सहित दर्जनों गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए. ग्रामीणों ने उग्रवादी गतिविधि में शामिल युवकों की पहचान […]
खूंटी: उग्रवाद व नक्सल गतिविधि में शामिल युवकों को सुधारने व क्षेत्र में अमन चैन कायम करने के लिए खूंटी के मारंगडीह गांव में गुरुवार को शांति सभा की बैठक हुई. इसमें मारंगडीह, भंडरा, गुटवा, गारीगामा, पोसेया, चांडीडीह सहित दर्जनों गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए. ग्रामीणों ने उग्रवादी गतिविधि में शामिल युवकों की पहचान करने व गांव में शरण नहीं देने का निर्णय लिया.
बैठक में ऐसे युवकों की पहचान भी की गयी. निर्णय लिया गया कि इन्हें सुधरने का एक मौका दिया जायेगा. इसके बाद भी नहीं सुधरे, तो ग्राम सभा इन्हें पकड़ कर पुलिस के हवाले करेगी. इसके बाद भी इनमें सुधार नहीं हुआ, तो शांति सभा अपने स्तर से दंड दे सकती है. वह कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगी.
बैठक में नक्सलवाद व उग्रवाद से क्षेत्र को मुक्त करने के लिए शांति सभा के सदस्यों ने गांवों में दागी युवकों को संरक्षण न देने के लिए जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया. कहा गया कि शांति सभा की बैठक खूंटी जिले के सभी प्रखंडों के गांवों में होगी.
शांति सभा की अब तक आठ बैठक
पहली : 18 फरवरी को मुरहू के पोसेया में
दूसरी : तीन मार्च को लुपूंगडीह में
तीसरी : सात मार्च को मुरहू के सोयको में
चौथी : 11 मई को खूंटी के तिलमा में
पांचवीं : 26 मई को अड़की के कोरवा में
छठी : 23 जून को खूंटी के कदमा में
सातवीं : 24 नवंबर को खूंटी के गड़ीगांव में
आठवीं : 22 दिसंबर को खूंटी के मारंगडीह में