मौके पर झारखंड से एनएचएम के अभियान निदेशक अमिताभ कौशल, निदेशक प्रमुख डॉ प्रवीण चंद्रा और आइपीएच निदेशक डॉ सुमंत मिश्र ने राज्य के बारे में जानकारी दी. कहा गया कि एनएचआरसी और इग्नू द्वारा 11 दिसंबर को टेस्ट लिया जायेगा. इसमें 60 एएनएम-जीएनएम शामिल होंगी, जिसमें 15 का चयन किया जायेगा. इन्हें छह माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
इसके बाद इन्हें गांवों के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पदस्थापित किया जायेगा. जहां ये सामान्य बीमारियों का इलाज करेंगी और डॉक्टर के पास रेफर करेंगी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पूर्व की भांति एमबीबीएस डॉक्टर ही पदस्थापित रहेंगे. कहा गया कि हर छह माह पर 15-15 नर्सों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. जनवरी से नामकुम के आइपीएच में प्रशिक्षण आरंभ हो जायेगा.