दुमका : दुमका में आयोजित बजट पूर्व संगोष्ठी में सीएम रघुवर दास तल्ख अंदाज में दिखे. उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधा. सीएम ने कहा कि सरकार नारे व वादों से नहीं चलती है. सरकार नीति और नीयत से चलती है. एसपीटी-सीएनटी एक्ट में संशोधन आदिवासियों के हित में और सरकारी विकास कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए किया गया है, लेकिन कुछ लोगों को पेट में दर्द हो रहा है. क्योंकि इन्हें डर है कि आदिवासी शिक्षित होगा, तो यह समाज जग जायेगा और उनके वोट की खेती नहीं होगी.
सीएम ने कहा कि आदिवासी हित व विकास के लिए जरूरत पड़ी तो नियमों काे और सरल करेंगे. हमने सरकारी परियोजनाओं के लिए जमीन लेने की बात कही है. विरोधियों से डरने वाला नहीं हूं. किसकी कितनी औकात है और कौन उद्योगपति पैदा लिया है, जो झारखंड काे खरीदेगा? झामुमो की सरकार में तो उद्योगपतियों को जमीन दी गयी. यही नहीं कई नेता और सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट्स ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर आदिवासियों की जमीन ली. जिन लोगों ने आदिवासियों को छला है, ऐसे सभी नेता व सेवानिवृत्त ब्यूरोक्रेट्स का परदाफाश करेंगे.बैक डोर से जो लोग आदिवासियों की जमीन छीन लेते थे, हमने तो उस एक्ट को ही समाप्त कर दिया है.
शिक्षण संस्थान को बनाया राजनीति का अखाड़ा : सीएम ने झामुमो पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग शिक्षण संस्थानों को भी राजनीति का अखाड़ा बना रहे हैं. छात्रों को बरगला कर गलत रास्ते पर ले जा रहे हैं. सीएम ने छात्रों से अपील की है कि आपके गरीब माता-पिता पेट काट कर आपको पढ़ने के लिए कॉलेज व स्कूलों में भेजते हैं. उनके सपनों को पूरा करो,ऐसे नेताओं से दूर रहो. उन्होंने कहा कि जो आदिवासी लड़के-लड़की इंजीनियरिंग, मेडिकल, आइआइएम आदि की पढ़ाई करना चाहते हैं, लेकिन पढ़ने के लिए पैसे नहीं हैं, तो ऐसे छात्रों की पढ़ाई का खर्च सरकार उठायेगी.