सीआइडी के एक सूत्र ने बताया कि संगठित अपराध शाखा के पास भी इसकी जानकारी थी. पुलिस मुख्यालय के अफसरों को भी इसकी जानकारी थी. वहीं से सीआइडी को पत्र आया था. जमशेदपुर कोर्ट परिसर में उपेंद्र सिंह को गोली मारने के बाद घटनास्थल से पुलिस ने अपराधी सोनू और विनोद को गिरफ्तार किया है. सूचना के साथ ही जमशेदपुर पुलिस से कहा गया था कि इन अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाये. अगर सूचना मिलने के साथ जमशेदपुर पुलिस ने अखिलेश सिंह गिरोह के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी होती, तो कोर्ट परिसर में फायरिंग व हत्या की घटना नहीं होती. सूत्रों के मुताबिक जमशेदपुर पुलिस को जिन दो दर्जन अपराधियों की सूची दी गयी थी, उसमें सोनू और विनोद के अलावा कन्हैया सिंह, राजेश, संतोष गुप्ता, राधा सिंह, सचिन, राकेश सिंह, सुधीर दुबे, भोला सिंह, नीरज कुमार सिंह, करण सिंह, शैलेंद्र प्रताप सिंह, रितेश राय, नीरज कुमार, राजीव राय और एक महिला का नाम शामिल है. पुलिस ने इनमें से किसी भी अपराधी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. जानकारी के मुताबिक सीआइडी की संगठित अपराध शाखा और जमशेदपुर पुलिस के पास अखिलेश सिंह गिरोह के बारे में कई बड़ी सूचना है, लेकिन उन सूचनाओं पर कभी-कभार ही कार्रवाई होती है.
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पुलिस ने नहीं की सोनू व विनोद पर कार्रवाई
रांची: जमशेदपुर पुलिस को करीब 20 दिन पहले एक सूचना दी गयी थी. सूचना में अखिलेश सिंह गिरोह के बारे में कई जानकारियां थीं. अखिलेश गिरोह के करीब दो दर्जन अपराधियों का नाम भी जमशेदपुर पुलिस को बताया गया था. नामों की सूची में सोनू और विनोद का नाम भी शामिल है. सीआइडी के एक […]
रांची: जमशेदपुर पुलिस को करीब 20 दिन पहले एक सूचना दी गयी थी. सूचना में अखिलेश सिंह गिरोह के बारे में कई जानकारियां थीं. अखिलेश गिरोह के करीब दो दर्जन अपराधियों का नाम भी जमशेदपुर पुलिस को बताया गया था. नामों की सूची में सोनू और विनोद का नाम भी शामिल है.
सीआइडी के एक सूत्र ने बताया कि संगठित अपराध शाखा के पास भी इसकी जानकारी थी. पुलिस मुख्यालय के अफसरों को भी इसकी जानकारी थी. वहीं से सीआइडी को पत्र आया था. जमशेदपुर कोर्ट परिसर में उपेंद्र सिंह को गोली मारने के बाद घटनास्थल से पुलिस ने अपराधी सोनू और विनोद को गिरफ्तार किया है. सूचना के साथ ही जमशेदपुर पुलिस से कहा गया था कि इन अपराधियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाये. अगर सूचना मिलने के साथ जमशेदपुर पुलिस ने अखिलेश सिंह गिरोह के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी होती, तो कोर्ट परिसर में फायरिंग व हत्या की घटना नहीं होती. सूत्रों के मुताबिक जमशेदपुर पुलिस को जिन दो दर्जन अपराधियों की सूची दी गयी थी, उसमें सोनू और विनोद के अलावा कन्हैया सिंह, राजेश, संतोष गुप्ता, राधा सिंह, सचिन, राकेश सिंह, सुधीर दुबे, भोला सिंह, नीरज कुमार सिंह, करण सिंह, शैलेंद्र प्रताप सिंह, रितेश राय, नीरज कुमार, राजीव राय और एक महिला का नाम शामिल है. पुलिस ने इनमें से किसी भी अपराधी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की. जानकारी के मुताबिक सीआइडी की संगठित अपराध शाखा और जमशेदपुर पुलिस के पास अखिलेश सिंह गिरोह के बारे में कई बड़ी सूचना है, लेकिन उन सूचनाओं पर कभी-कभार ही कार्रवाई होती है.
ढाई करोड़ वसूली कराने पर मिली थी ऑडी कार
गैंगस्टर अखिलेश सिंह ऑडी कार से घूमता है. उसे जमशेदपुर के एक व्यवसायी ने ढाई करोड़ रुपये की वसूली करवा देने के बदले में गिफ्ट दिया था. सूत्रों के मुताबिक उस व्यवसायी ने एक दूसरे व्यवसायी को ढाई करोड़ रुपये दे रखे थे. वह पैसा वापस नहीं कर रहा था. व्यवसायी ने अखिलेश सिंह से संपर्क किया. जिसके बाद अखिलेश सिंह ने पैसा वापस करवा दिया था. इसके बदले में व्यवसायी ने उसे एक तीसरे व्यवसायी के नाम पर ऑडी कार खरीद कर गिफ्ट में दिया था.
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