जिसमें कहा गया था कि महेश महतो के बयान पर टंडवा थाना में टीपीसी के उग्रवादियों के खिलाफ कांड संख्या-84/2014 दर्ज किया गया था. इसमें उग्रवादी बिंदु गंझू, परमेश्वर गंझू के साथ-साथ अर्जुन गंझू को भी अभियुक्त बनाया गया था.
सुपरविजन में यह मामला सत्य पाया गया है. 30 सितंबर 2015 को पुलिस मुख्यालय ने सरकार को एक पत्र लिख कर कहा था कि टीपीसी के उग्रवादी टंडवा में लेवी वसूलते हैं. टंडवा-पिपरवार के कई लोगों ने लेवी वसूली कर अकूत संपत्ति अर्जित की है. कुल 10 लोगों की संपत्ति की जांच के लिए एसआइटी गठन करने की अनुशंसा पुलिस मुख्यालय ने सरकार से की थी. इसमें भी चौथे नंबर पर अर्जुन गंझू का नाम है. इसके अलावा पुलिस की एक अन्य रिपोर्ट में अर्जुन गंझू वेदांत इंटरप्राइजेज में सुबोध गंझू व अमन भगत के साथ पार्टनर हैं.