उन्होंने कहा कि सरकार राज्य की सबसे बड़ी पंचायत में इस पर चर्चा करना चाहती है. विपक्ष इससे भाग रहा है. अगर विपक्ष को लगता है कि इसमें कोई गड़बड़ी है तो उस पर सदन के अंदर ध्यान आकृष्ट कराये. मंत्री अमर बाउरी ने कहा कि अगर यह जमीन उद्योग और पूंजीपतियों को दी गयी, तो मैं खुद इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. सरकार इसे गंभीरता से लेगी. एक्ट में संशोधन आदिवासी विरोधी नहीं है. इससे सीएनटी-एसपीटी के तहत आने वाली जातियों के विकास का मौका लगेगा. उनकी जमीन का नेचर बदलेगा. इसका वे व्यावसायिक उपयोग कर सकते हैं.
Advertisement
विपक्ष सदन में बताये, जनता को न भड़काये : भाजपा
रांची: राज्य के मंत्री अमर बाउरी और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता जेबी तुबिद ने विपक्ष पर सीएनटी-एसपीटी के नाम पर जनता को गुमराह कर भड़काने का आरोप लगाया है. शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दोनों नेताओं ने कहा कि विपक्ष सीएनटी-एसपीटी एक्ट के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंकना चाह रहा है. […]
रांची: राज्य के मंत्री अमर बाउरी और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता जेबी तुबिद ने विपक्ष पर सीएनटी-एसपीटी के नाम पर जनता को गुमराह कर भड़काने का आरोप लगाया है. शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दोनों नेताओं ने कहा कि विपक्ष सीएनटी-एसपीटी एक्ट के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंकना चाह रहा है.
आदिवासी, मूलवासी नहीं हैं विरोध में
नेताओं ने कहा कि आदिवासियों ने क्या गलती की है कि उन्हें कृषि के अतिरिक्त अन्य कार्य करने का मौका लगे. असल में कोई आदिवासी और मूलवासी इसके विरोध में नहीं है. कुछ लोग हैं, जो लोगों को गुमराह कर रहे हैं. ऐसे लोग इसका लाभ खुद लेना चाहते हैं. नेताओं ने कहा कि इस मामले में पूरा एनडीए सदन में एक साथ खड़ा है. इस बार जो अध्यादेश लाया गया है, इसमें आदिवासियों के हितों की रक्षा होगी. पांच साल जमीन उपयोग नहीं होने पर लौटाना पड़ेगा. मुआवजा के रूप में पैसा भी वापस नहीं करना होगा. इससे राज्य में विकास का रास्ता निकलेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement