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सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना करने में सक्षम है एचइसी : बाबुल

रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं को पूरा करने के लिए पूर्वोंत्तर के राज्यों को आगे आना होगा. सेंटर फॉर एक्सीलेंस बनाने की दिशा में एचइसी, आइआइटी खड़गपुर व केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय इस सेंटर की स्थापना करने में सक्षम है. उक्त बातें केंद्रीय भारी उद्योग राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने आइआइटी, खड़गपुर में आयोजित […]

रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं को पूरा करने के लिए पूर्वोंत्तर के राज्यों को आगे आना होगा. सेंटर फॉर एक्सीलेंस बनाने की दिशा में एचइसी, आइआइटी खड़गपुर व केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय इस सेंटर की स्थापना करने में सक्षम है. उक्त बातें केंद्रीय भारी उद्योग राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने आइआइटी, खड़गपुर में आयोजित कार्यक्रम में कही.

इस बाबत एचइसी के सीएमडी अभिजीत घोष ने बताया कि श्री सुप्रियो ने कहा कि एचइसी में अपार क्षमता है. सेंटर फॉर एक्सीलेंस सेंटर शुरू होने से उद्योग जगत को बहुत फायदा होगा. सेंटर में विभिन्न कंपनियों व शैक्षणिक संस्थाओं के इंजीनियर व शिक्षक अपने ज्ञान को साझा करेंगे. श्री घोष ने बताया इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य सभी उद्योगों को नये तकनीक की जानकारी उपलब्ध कराना है. एचइसी इसमें औद्योगिक पार्टनर, आइआइटी खड़गपुर नॉलेज पार्टनर व भारी उद्योग विभाग वृहद सहयोगी की भूमिका निभायेगा. उन्होंने कहा कि आइआइटी खड़गपुर व एचइसी के बीच जून 2016 में इस आशय के समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हो चुका है एवं कार्य प्रगति पर है.

मालूम हो कि एचइसी में रूस के सहयोग से सेंटर फॉर एक्सीलेंस की स्थापना की जा रही है. मार्च 2017 से सेशन शुरू होने की उम्मीद है. प्रथम सत्र में लगभग 225 विद्यार्थियों का नामांकन लिया जायेगा. विद्यार्थियों को आइआइटी खड़गपुर, निफ्ट सहित अन्य शैक्षणिक संस्थान के प्रोफेसर व विशेषज्ञ पढ़ायेंगे. कार्यक्रम में विश्वजीत सहाय, (संयुक्त सचिव, भारी उद्योग) अभिजीत घोष, (सीएमडी, एचइसी), प्रवीण कुमार (निदेशक भारी उद्योग) व उद्योग जगत के अन्य लोग मौजूद थे.

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